नई दिल्ली
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में बलात्कार और हत्या का शिकार हुई ट्रेनी डॉक्टर के कुछ सहयोगियों ने मामले के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी है। उनका कहना है कि यह कोई साधारण अपराध का मामला नहीं है क्योंकि मृतक लेडी डॉक्टर को निशाना बनाया जा सकता था। उसकी डायरियों से पता चला कि पीड़िता पर काम का भारी दबाव था, जिसमें लगातार 36 घंटे की शिफ्ट करना शामिल था।
‘कोई साधारण बलात्कार और हत्या का मामला नहीं’
पीड़िता के एक सहकर्मी ने टाइम्स ऑफ इंडिया को यह भी बताया कि डॉक्टर की मौत कोई साधारण बलात्कार और हत्या का मामला नहीं था। मृतक लेडी डॉक्टर के सहकर्मी ने पूछा कि आरोपी संजय रॉय को कैसे पता चला कि पीड़िता सेमिनार हॉल में अकेली थी? उन्होंने कहा, “संजय रॉय एक बड़ी मछली (बड़ा व्यक्ति) द्वारा रची गई साजिश का हिस्सा हो सकता है। उसे निशाना बनाया गया। सिविक वालंटियर संजय रॉय को कैसे पता चला कि वह उस समय सेमिनार हॉल में अकेली थी?”एक अन्य सहकर्मी ने दावा किया कि पीड़िता अपने विभाग में संभावित ड्रग साइफ़ोनिंग रैकेट का पर्दाफाश करने की कोशिश कर रही थी। उन्होंने कहा, “हो सकता है कि वह किसी चीज़ के बारे में बहुत कुछ जानती हो।”
31 वर्षीय मृत डॉक्टर की मां ने खुलासा किया कि उनकी बेटी ने हमले से कुछ दिन पहले से ही अस्पताल न जाने को कहती थी। मां ने कहा, ”वह कहती थी कि उसे अब आरजी कर जाना पसंद नहीं है। वे हमें हमारी मृत बेटी का चेहरा नहीं देखने दे रहे थे। हम विनती करते रहे लेकिन हमें उसका चेहरा देखने की इजाजत नहीं दी गई। हमें बताया गया कि जांच चल रही है। उन्होंने हमें बहुत कष्ट पहुंचाया।”
सेमिनार हॉल में हत्या को लेकर शक?
पीड़िता के पिता को संदेह है कि उनकी बेटी की हत्या सेमिनार हॉल में की गई है। उन्होंने कहा, ”हमने पुलिस की खामियां पाईं और इसकी सूचना सीबीआई को दी। अब हमें संदेह है कि क्या उसकी हत्या सेमिनार हॉल में की गई थी। हो सकता है कि उसकी हत्या कहीं और की गई हो।” पिता ने सीबीआई की जांच पर भरोसा जताया और जिम्मेदार लोगों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की।