नई दिल्ली,
स्टार पहलवान विनेश फोगाट ने एक बार फिर भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. विनेश ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए यह दावा किया है कि बृजभूषण के खिलाफ गवाही से पहले दिल्ली पुलिस ने महिला पहलवानों की सुरक्षा हटा ली है.
हालांकि इस मामले में दिल्ली पुलिस सूत्रों के मुताबिक ने बताया है कि ऐसा कोई ऑर्डर नहीं है. उन्होंने कहा कि किसी भी गवाह महिला पहलवान की सुरक्षा हटाए जाने का आदेश नहीं है. दिल्ली पुलिस ने तीन लोगों को सुरक्षा दी हुई है.
बता दें कि कुछ भारतीय पहलवानों ने बृजभूषण के खिलाफ यौन शोषण के आरोप लगाए थे, जिसका मामला कोर्ट में चल रहा है. इसी केस के चलते कोर्ट में कुछ महिला पहलवानों की गवाही भी होनी है. अब इसी मामले में विनेश ने एक्स पर लिखा- जिन महिला पहलवानों की बृजभूषण के ख़िलाफ़ कोर्ट में गवाहियाँ होने वाली हैं, दिल्ली पुलिस ने उनकी सुरक्षा हटा ली है.
पहलवान की अर्जी के बाद कोर्ट का पुलिस को आदेश
भाजपा नेता बृजभूषण के खिलाफ यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली महिला पहलवानों ने अपनी सुरक्षा हटाए जाने के खिलाफ राउज ऐवन्यू कोर्ट में अर्जी दाखिल की. कोर्ट ने अर्जी पर अंतरिम आदेश पारित कर पुलिस को निर्देश दिया कि पहलवानों को पहले की तरह सुरक्षा प्रदान की जाए. इन पहलवानों को शुक्रवार को गवाह के रूप में पेश होना है. कोर्ट ने कहा कि हमारे अगले आदेश तक सुरक्षा बरकरार रहेगी.
विनेश की पोस्ट के बाद दिल्ली पुलिस का बयान
दिल्ली पुलिस ने विनेश की पोस्ट पर जवाब दिया. उन्होंने कहा कि PSO को फायरिंग और ट्रेनिंग प्रैक्टिस के लिए बुलाया गया था. पुलिस में यह रूटीन मामला है. दोनों लड़कियों के लिए PSO वापस जा चुके हैं या आज रात को पहुंच जाएंगे. विनेश की जो पोस्ट है, उस हिसाब से सुरक्षा हटाने के कोई आदेश नहीं हैं. अगर सुरक्षाकर्मी के पहुंचने में कोई देरी हुई है तो उसकी जांच की जा रही है. पहलवानों को भी इस बारे में जानकारी दी जा रही है.
पेरिस ओलंपिक के बाद से ही सुर्खियों में हैं विनेश
बता दें कि हाल ही में हुए पेरिस ओलंपिक 2024 के बाद से ही विनेश फोगाट लगातार सुर्खियों में बनी हुई हैं. यहां उन्होंने 6 अगस्त को एक ही दिन में लगातार 3 मैच जीतकर 50 किग्रा फ्रीस्टाइल कुश्ती के फाइनल में एंट्री कर सिल्वर मेडल पक्का कर लिया था. गोल्ड मेडल मैच 7 अगस्त की रात को होना था.
मगर उसी दिन सुबह विनेश को डिसक्वालिफाई कर दिया गया था, क्योंकि मैच से पहले उनका वजन 100 ग्राम ज्यादा था. इसके बाद विनेश ने CAS में अपील की थी. उनकी मांग थी कि उन्हें इस इवेंट में संयुक्त रूप से सिल्वर मेडल दिया जाना चाहिए. मगर इस मामले में 14 अगस्त को फैसला आया और CAS ने विनेश की अपील खारिज कर दी.