कोलकाता
पश्चिम बंगाल में कोलकाता डॉक्टर केस को लेकर सियासत लगातार गरमा रही है। ममता बनर्जी सरकार पर बीजेपी हमलावर है। अब बांकुड़ा के ओंडा से बीजेपी विधायक ने बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर विवादित बयान दिया है। उन्होंने ममता बनर्जी की कीमत 25 लाख रुपये तय की और कहा कि वह बंगाल से निकल जाएं। बीजेपी विधायक ने कहा कि ममता बनर्जी ‘एक मोला लेकर’ निकल जाएं।
बुधवार को बांकुड़ा के ओंडा में भाजपा विधायक अमरनाथ शाखा ने बनर्जी के इस्तीफे की मांग की। उन्होंने कहा कि आर जी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में बलात्कार और हत्या ने बंगाल प्रशासन में खामियों को उजागर किया है। इस बारे में बात करते हुए उन्होंने सार्वजनिक सभा में कहा, ‘आपकी दर 25 लाख रुपये है।’ उन्होंने कहा, ‘आप एक मोला लेकर चले जाएं, हम आपको 25 लाख रुपये देंगे।’
बीजेपी ने झाड़ा पल्ला
बीजेपी के राज्यसभा सांसद समिक भट्टाचार्य ने कहा, ‘भाजपा ने पहले भी कहा है और अब भी कहा है कि हम इस तरह के बयानों का समर्थन नहीं करते हैं। यह उनका व्यक्तिगत स्तर से दिया गया बयान है।’
विधायक ने दी सफाई
अमरनाथ शाखा ने बुधवार को टाइम्स ऑफ इंडिया को अपने “तर्क” के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा, ‘उन्होंने (बनर्जी) अलग-अलग लोगों के लिए अलग-अलग मुआवजा राशि तय की है। किसी के लिए यह 50,000 रुपये है, तो किसी के लिए 1 लाख रुपये। उन्होंने आरजी कर डॉक्टर के परिवार को 10 लाख रुपये देने की भी कोशिश की।’वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों ने कहा कि बलात्कार मुआवज़ा दावों को 2013 के आपराधिक कानून (संशोधन) अधिनियम और 2018 में एक मामले में सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले के बाद अनिवार्य किया गया था।
अभिजीत गंगोपाध्याय ने भी दिया था इसी तरह का बयान
भाजपा विधायक अमरनाथ शाखा की टिप्पणी भाजपा के तामलुक सांसद और कलकत्ता उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश अभिजीत गंगोपाध्याय के एक चुनावी रैली में पूछे गए सवाल के तीन महीने बाद आई है। उन्होंने सवाल किया था कि क्या बंगाल की सीएम की कीमत 10 लाख रुपये है? तृणमूल कांग्रेस ने तब चुनाव आयोग का रुख किया था और गंगोपाध्याय को 24 घंटे के लिए प्रचार करने से रोक दिया गया था।
टीएमसी ने किया पलटवार
9 अगस्त के बलात्कार और हत्या के बाद से बैकफुट पर आई तृणमूल कांग्रेस ने लोगों को भाजपा के असली स्वरूप की याद दिलाने के लिए इस अवसर का फ़ायदा उठाने में देर नहीं लगाई। पार्टी ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा, ‘कभी भाजपा सांसद (गंगोपाध्याय) होते हैं, कभी भाजपा विधायक (शाखा) होते हैं जो देश की एकमात्र महिला मुख्यमंत्री के लिए ‘रेट’ तय करते हैं। यह भाजपा का असली चेहरा है। ऐसी घिनौनी टिप्पणी करने वाले महिला सुरक्षा पर सवाल कैसे पूछ सकते हैं? शर्मनाक, अपमानजनक!’