सिंधिया कन्या विद्यालय स्टेमलेटिक्स फैस्ट भव्य शुभारंभ

ग्वालियर से आलोक सक्सेना

सिंधिया कन्या विद्यालय में दो दिवसीय समारोह स्टेमलेटिक्स फैस्ट का भव्य शुभारम्भ हुआ। मुख्य अतिथि डॉ. मनमोहन परिदा, उत्कृष्ट वैज्ञानिक और निदेशक डीआरडीई, ग्वालियर का विद्यालय सभागार में अपराह्न 2:30 बजे आगमन हुआ। डॉ. मनमोहन परिदा ने संक्रामक रोग निगरानी कार्यक्रम के तहत डेंगू, चिकनगुनिया, स्वाइन फ़्लू, कोविड—19 के लिए राष्ट्रीय शीर्ष रेफरल प्रयोगशाला की स्थापना की। आपको इम्यूनोलॉजी और माइक्रोबायोलॉजी के क्षेत्र में शीर्ष 10 शोधकर्ताओं में स्थान दिया गया है। मनमोहन तथा अन्य गणमान्य अतिथियों के रूप में उपस्थित डॉ मनीशा साठे, डॉ. सचिन गुप्ता तथा डॉ. भूमि गुप्ता का पुष्पगुच्छों से स्वागत किया गया तथा स्मृति चिह्न प्रदान किए गए। कार्यक्रम का प्रारम्भ दीप प्रज्ज्वलन से हुआ। प्राचार्या निशी मिश्रा द्वारा उदबोधन प्रस्तुत किया गया, जिसमें उन्होंने समस्त बाहर से आई टीमों का स्वागत किया तथा समस्त विद्यालयों के प्राचार्यों को धन्यवाद दिया और छात्र -छात्राओं के उज्जवल भविष्य की कामना की। इस कार्यक्रम में रेंचो लैब्स आईएचएफसी, आईआईटी दिल्ली के पांच सदस्यों क्रमशः अनुराग सिंह, धनंजय रावत, कृतिक भाटिया, कुणाल शर्मा, प्रणव आनंद उपस्थित थे।

तत्पश्चात मेजबान टीम सिंधिया कन्या विद्यालय सहित 10 अन्य विद्यालय क्रमशः एकेडमिक वर्ल्ड स्कूल, छत्तीसगढ़, केसी पब्लिक स्कूल, जम्मू; लॉरेंस स्कूल, सनार, द मान स्कूल, दिल्ली, पाइनग्रोव स्कूल, धरमपुर, वेल्हम बॉयज़ स्कूल, देहरादून, महारानी गायत्री देवी गर्ल्स स्कूल, जयपुर, विद्या देवी जिंदल स्कूल, हिसार, द सिंधिया स्कूल, ग्वालियर और एएमआई शिशुमंदिर, ग्वालियर द्वारा फ्लैग मार्च किया गया।

सांस्कृतिक कार्यक्रम की श्रृंखला के अंतर्गत सिंधिया कन्या विद्यालय की कक्षा 6 से 12 तक की छात्राओं क्रमशः सान्वी चौधरी, ऋतविका मिश्रा, मिंग्डरेन, आद्या शर्मा, संजुक्ता, परी, मिशिका, साखी आदि ने वेस्टर्न बैंड की भव्य प्रस्तुति दी। ड्रम्स, बेस गिटार, गिटार, कीबोर्ड आदि वाद्य यंत्रो का प्रयोग करके ‘होटल कैलिफ़ोर्निया’ तथा ‘है जूनून’ गीतों की प्रस्तुति दी।

कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए दो प्रतियोगिताओं क्रमशः एल्गोरिदम अनोमली, टेक्नोवेट का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम 4 बजे एल्गोरिदम अनोमली प्रारम्भ हुई जिसमें प्रत्येक विद्यालय से 1 प्रतिभागी ने भाग लिया क्रमशः सिंधिया कन्या विद्यालय से संजुक्ता चक्रबोर्ती, लॉरेंस स्कूल, लवडेल से मेहर बागरी, द सिंधिया स्कूल से चिंगखेइंगनबा राजकुमार, एमजीडी से नव्या चोरारिया, पाइनग्रोव स्कूल, धरमपुर से विशेष, मान स्कूल से एंजेल आदि ने भाग लिया। यह प्रतियोगिता 2 घंटे तक चली। इसमें प्रतिभागियों को 4 प्रोग्रामिंग करनी थी। यह प्रतियोगिता एक व्यक्ति द्वारा किया जाने वाला कोड रिले है, जिसका उद्देश्य प्रतियोगिता के भीतर क्रमिक रूप से डिज़ाइन की गई चुनौतियों में जावा और पायथन पर प्रतिभागी की पकड़ का परीक्षण करना है।

दूसरी प्रतियोगिता टेक्नोवट विद्यालय सभागार में संपन्न हुई जिसमें प्रत्येक विद्यालय से 2 प्रतिभागियों क्रमशः एकेडेमिक वर्ल्ड स्कूल से तुषार शानू, भावेश कुमार, केसी पब्लिक स्कूल से रिशेत पुष्प, लावण्या कौशल, मान स्कूल से अमृति वत्स, राजवीर, पाइनग्रोव स्कूल, सोलन से शुभ अग्रवाल, शौर्य सिंगला, द सिंधिया स्कूल से ऋतुपरण सिंह, रुद्रांश अग्रवाल, विद्या देवी जिंदल स्कूल, हिसार से प्रियानी, हंशिका, वेल्हम बॉयज़ स्कूल से नमन अग्रवाल, वरदान कुमार, सिंधिया कन्या विद्यालय से जयनी, हिमांशी चमड़िया ने भाग लिया| टेक्नोवेट एक ऐसी प्रतियोगिता है, जिसमें प्रत्येक प्रतिभागी स्कूल को आवंटित पाँच समस्याओं क्रमशः स्थिरता, स्वास्थ्य, कृषि, शिक्षा, युद्धक्षेत्र में से एक से संबंधित मॉडल का प्रोटोटाइप बनाने के लिए दिया गया। टीमों को इस प्रतियोगिता के लिए 2 घंटे का समय दिया गया।

तत्पश्चात रेंचो लैब्स आईएचएफसी, आईआईटी दिल्ली द्वारा विद्यालय सभागार में कैसल रन रोबोट कार्यशाला आयोजित की गई। जिसमें प्रतिभागियों को रोबोटिक्स की मूल बातें बताई गयी, रोबोट बनाने के लिए किन तत्वों की आवश्यकता मूल रूप से होती है।

मुख्य अतिथि डॉ. मनमोहन परिदा, उत्कृष्ट वैज्ञानिक और निदेशक डीआरडीई, ग्वालियर ने अपने उद्बोधन में कहा कि “कैसे स्टेमलेटिक्स नाम 2 शब्दों से मिलकर बना है, स्टेम जिसका मतलब विज्ञान और टेक्नोलॉजी से है तथा लेटिक्स का तात्पर्य एथलेटिक्स से है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत में राष्ट्रीय शिक्षा निति बच्चों को मल्टीटास्किंग बना रही है ।उन्होंने आत्मनिर्भर बनने की भी बात कही। उन्होंने बताया किस तरह रोबोटिक्स मानव को बहुत सारे कार्यों में मदद करता है और उन कार्यों को आसान बना देता है। यह फेस्ट छात्र-छात्राओं के लिए अवश्य ही कारगर सिद्ध होगा। डॉ मनीशा साठे ने अपने उद्बोधन में विद्यालय प्राचार्या निशी मिश्रा को आभार व्यक्त किया। उन्होनें बताया कि कैसे आज के युग में अर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की प्रमुख भूमिका है। उन्होनें सभी छात्र-छात्राओं को अपने वैज्ञानिक बनने की यात्रा बताकर प्रेरित किया।

गुरुवार को मैथलेटिक्स क्विज, ऑब्स्टेकल रोबोट तथा कैसल रन प्रतियोगिता प्रातः 9:30 बजे से आयोजित की जाएगी। सांयकालीन सत्र में 5 बजे समापन समारोह होगा। सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला में सिंधिया कन्या विद्यालय की छात्राओं द्वारा नृत्य प्रस्तुत किया जायेगा। समस्त विजेता टीमों को पुरुस्कृत किया जाएगा। कार्यक्रम में विद्यालय प्राचार्या निशी मिश्रा, बरसर- सेल्विन माईकेल, उप प्राचार्या- गरिमा सांधु, इवेंट कोऑर्डिनेटर- शिवांगी सहाय, कार्यक्रम कोऑर्डिनेटर- मेधा गुप्ता तथा गीतांजलि राजपूत, मीडिया प्रभारी- वैशाली श्रीवास्तव, सुनीता सक्सेना, नेहा तोमर, रंझना पाठक, श्वेता चौधरी, भारती सूद, गीता कोहली, मोहसिन खान, भुजिंग राव तथा समस्त स्टाफ उपस्थित था।

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