भोपाल/कटनी,
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक पुराने वीडियो को लेकर बड़ा एक्शन लिया है. बुजुर्ग महिला और बच्चे से की गई मारपीट के मामले में जीआरपी थाना कटनी की इंचार्ज समेत 6 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है.
दरअसल, वायरल वीडियो को संज्ञान में लेते हुए मुख्यमंत्री ने डीआईजी रेल को जांच के लिए निर्देश दिए थे. प्रारंभिक जांच में दोषी पाए जाने पर तत्कालीन थाना प्रभारी अरुणा वाहने सहित हेड कांस्टेबल अजय श्रीवास्तव और 4 कांस्टेबल वर्षा दुबे, ओमकार सिरसाम, सोहेब अब्बासी और सलमान खान को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है.
कटनी जीआरपी थाने के वायरल वीडियो को लेकर प्रदेश के राजनीति गलियारों में हंगामा मचा हुआ है. कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी ने बीजेपी सरकार पर हमला बोला है. पटवारी गुरुवार को पीड़ित परिवार से मिलने कटनी पहुंचे. कांग्रेस नेता ने मांग की है कि दलित महिला और उसके पोते से मारपीट करने वाली टीआई के खिलाफ कड़ी कार्रवाई तो हो, लेकिन इसके साथ ही आरोपी टीआई के घर पर भी बुलडोजर चलना चाहिए.
बता दें कि कटनी जीआरपी थाने के वायरल वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि जीआरपी थाना इंचार्ज अरुणा वाहने एक दलित महिला कुसुम और उसके नाबालिग पोते को डंडे से पीट रही हैं. महिला का बेटा और नाबालिग का पिता एक कुख्यात बदमाश है. उसी की पूछताछ के लिए दोनों को जीआरपी थाने लाया गया था.
इस मामले में जीआरपी थाना प्रभारी अरुणा वाहने का कहना है कि महिला कुसुम वंशकार का बेटा दीपक वंशकार एक शातिर निगरानीशुदा बदमाश है. रेल पुलिस के लिए मोस्टवांटेड था और उस पर 10 हजार रुपये का इनाम भी घोषित था. दीपक वंशकार के ऊपर 17 मामले दर्ज है. चोरी की वारदातों के बाद उसका पूरा परिवार उसका साथ देता था, इसलिए पूछताछ के परिजनों को लाया गया था. वीडियो अक्टूबर 2023 का है. अब तक दीपक वंशकार को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है और उसका परिवार अपने घर पर हैं.