— हिंदी मास के तहत कर्मचारियों से हस्तलिखित पोस्टर मंगवाए
भोपाल।
बीएचईएल भोपाल यूनिट में हिंदी मास के अंतर्गत कर्मचारियों से हस्तलिखित पोस्टर बनवाकर मंगवाए गए। कर्मचारियों ने अपनी प्रतिभा को कैनवास पर उकेरा। इस मौके पर महाप्रबंधक (फीडर्स) रूपेश तैलंग ने कहा कि आप चित्रकला के माध्यम से न सिर्फ अपना तनाव दूर कर सकते हैं बल्कि अपना व्यक्तित्व भी निखार सकते हैं। चित्र हमें मानसिक सुख और संतोष प्रदान करते हैं। जिन विचारों या बात को हम शब्दों के माध्यम से व्यक्त नहीं कर पाते उसे चित्र के द्वारा आसानी से व्यक्त किया जा सकता है ।
श्री मरकाम ने कहा कि हिंदी राजभाषा, राष्ट्रभाषा के साथ बहुत से लोगों की मातृभाषा भी है। सभी ने अपने विचारों को चित्रों के द्वारा बहुत ही बेहतर ढंग से व्यक्त किया है।कर्मचारियों की प्रविष्टियों पर अपने विचार व्यक्त करते हुए आरिफ अहमद सिद्दीकी ने कहा कि बीएचईएल में प्रत्येक कर्मचारी में कुछ ना कुछ छुपी हुई प्रतिभा है।
उन्होनें कहा कि चिंतन शक्ति, रचनात्मकता एवं विचारों को चित्रों के माध्यम से कागज पर सभी कर्मचारियों ने बखूबी अभिव्यक्त किया है। सभी पोस्टरों का मूल्यांकन निर्णायक के रूप में उपस्थित रूपेश तैलंग, महाप्रबंधक (फीडर्स), अनिल मरकाम, अपर महाप्रबंधक (फेब्रीकेशन), आरिफ अहमद सिद्दीकी, अपर महाप्रबंधक (मानव संसाधन) एवं पूनम साहू, उप प्रबंधक (राजभाषा) द्वारा किया गया।