नई दिल्ली:
युगांडा की ओलंपियन रेबेका चेपटेगी की केन्या में गुरुवार को मृत्यु हो गई। उनके बॉयफ्रेंड ने उनमें आग लगाकर उन्हें जला दिया, जिससे वह बच नहीं पाई। यह पूर्वी अफ्रीकी देश में जेंडर बेस्ड वॉयलेंस का एक और भयानक उदाहरण है। बता दें कि रेबेका ने हाल ही में पेरिस में हुए ओलंपिक खेलों में भाग लिया था। युगांडा ओलंपिक समिति के अध्यक्ष डोनाल्ड रुकारे ने एक पोस्ट में कहा, ‘हमें अपने ओलंपिक एथलीट रेबेका चेपटेगी के दुखद निधन के बारे में पता चला है… उनके बॉयफ्रेंड द्वारा उनपर अटैक किये जाने के बाद।’ उन्होंने कहा, “यह एक कायरतापूर्ण और सेंसलेस था जिससे एक महान एथलीट का जीवन समाप्त हो गया है। उनकी विरासत हमेशा बनी रहेगी।’
पुलिस के अनुसार, जिस व्यक्ति ने यह किया है उसकी पहचान कोई और नहीं बल्कि चेपटेगी के बॉयफ्रेंड डिक्सन डीमा (Dickson Ndiema) के रूप में हुई। उसने रविवार को रेबेका के घर में घुसकर उनपर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी। 33 साल की चेपटेगी ने इस घटना के कुछ दिन पहले ही पेरिस ओलंपिक में मैराथन में भाग लिया था। जहां उनका 44वां स्थान रहा था।
80 प्रतिशित जल गया था एथलीट का शरीर
आपको बता दें कि रेबेका चेपटेगी का हमले में 80 प्रतिशत शरीर जल गया था। मंगलवार को उनके इलाज कर रहे अस्पताल के प्रमुख ने यह जानकारी दी थी। अस्पताल के एक चिकित्सक ने गुरुवार को एएफपी को बताया, ‘कल रात उनके सभी अंगों ने काम करना बंद कर दिया।’
चेपटेगी का इलाज कर रही नर्स ने बताया कि उनकी मृत्यु सुबह 5:00 बजे हुई थी। अस्पताल के एक मेडिकल काउंसलर ने बुधवार को कहा था कि चेपटेगी की स्थिति बिगड़ गई थी और उन्हें सेप्सिस इंफेक्शन हो गया था।
युगांडा एथलेटिक्स महासंघ ने एक्स पर कहा, ‘हमें अपने एथलीट रेबेका चेपटेगी के निधन की घोषणा करते हुए बहुत दुख हो रहा है, जो आज सुबह घरेलू हिंसा के शिकार हो गईं। एक महासंघ के रूप में हम ऐसे कृत्यों की निंदा करते हैं और न्याय की मांग करते हैं। उनकी आत्मा को शांति मिले।’