चेन्नई:
भारतीय क्रिकेट टीम करीब 6 महीने बाद एक बार फिर टेस्ट खेलने के लिए तैयार है। 19 सितंबर से भारत और बांग्लादेश के बीच दो मैचों की टेस्ट सीरीज शुरू होगी। सीरीज का पहला मुकाबला चेन्नई के चेपॉक स्टेडियम पर खेला जाएगा। रोहित शर्मा की कप्तानी वाली भारतीय टीम अभी दुनिया की सबसे बेहतरीन क्रिकेट टीमों में गिनी जाती है। 1932 में भारत ने टेस्ट डेब्यू किया था। तब पहली जीत हासिल करने में 20 साल और 25 मैच लग गए थे।
हार से ज्यादा हो जाएंगें जीत
भारत ने अभी तक 579 टेस्ट मैच खेले हैं। भारत को इसमें 178 जीत और 178 ही हार मिली है। भारत के 222 टेस्ट ड्रॉ रहे हैं। दुनिया में सबसे ज्यादा ड्रॉ टेस्ट खेलने का रिकॉर्ड भारत के ही नाम है। भारतीय टीम बांग्लादेश के खिलाफ चेन्नई टेस्ट में जीत हासिल करती है तो यह 179 जीत होगी। अभी तक भारत के हार की संख्या हमेशा जीत से ज्यादा रही है। अगर भारत बांग्लादेश से पहला टेस्ट जीतता है तो पहली बार टेस्ट में जीत की संख्या हार से ज्यादा हो जाएगी।
2013 से घर में सीरीज नहीं हारे
भारतीय टीम पीछे करीब एक दशक में दुनिया की सबसे मजबूत टीम बनकर उभरी है। कोई भी टीम भारत में आकर 2013 के बाद टेस्ट सीरीज नहीं जीत पाई है। इस दौरान भारत ऑस्ट्रेलिया में लगातार दो टेस्ट सीरीज जीत चुका है। उससे पहले कभी भारत ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज नहीं जीता था। इसके अलावा साउथ अफ्रीका और इंग्लैंड में जाकर भी भारत ने टेस्ट मैच जीते हैं।
बांग्लादेश बेहतरीन लय में
भारत को अभी तक बांग्लादेश के खिलाफ एक ही टेस्ट में हार नहीं मिली है। हार तो पाकिस्तान को भी बांग्लादेश के खिलाफ पिछले महीने से पहले एक ही नहीं मिली थी। बांग्लादेश ने उसके घर में घुसकर दो मैचों की टेस्ट सीरीज को 2-0 से जीत लिया। यही वजह है कि भारतीय टीम किसी भी कीमत पर बांग्लादेश को हल्के में लेने की भूल नहीं करेगी। वैसे भी बांग्लादेश और भारत की परिस्थिति में ज्यादा अंतर नहीं होता है।