नागौर/जयपुर
राजस्थान के नागौर में खरनाल का प्रसिद्ध वीर तेजाजी मेला राजनीतिक अखाड़ा बनने से हंगामे की भेंट चढ़ गया। इस दौरान बीजेपी और सांसद हनुमान बेनीवाल के समर्थकों ने मेले में आयोजित धर्मसभा में जमकर बवाल मचाया, नारेबाजी की। यही नहीं जब पुलिस ने लोगों को समझाने का प्रयास किया, तो पत्थर बाजी कर दी। हंगामे के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम से लोगों का ध्यान बंटाने की कोशिश की गई। बाद में जब हंगामा लगतार बढ़ता गया, तो आयोजकों ने कार्यक्रम को तत्काल स्थगित कर दिया। हंगामे से आक्रोशित आयोजकों ने घोषणा कर दी कि अब मेले में धर्मसभा कभी आयोजित नहीं होगी।
सांसद बेनीवाल का नाम मंच पर पुकारते ही बेकाबू हो गए समर्थक
नागौर जिले के खरनाल में प्रसिद्ध वीर तेजाजी का मेला प्रतिवर्ष आयोजित होता है। इसमें हर साल धर्म सभा आयोजित होती है। इस कार्यक्रम में भामाशाह और समाजसेवी लोगों का स्वागत किया जाता है। जानकारी के अनुसार मंच पर जब बीजेपी के नेता देवतराम डागा सम्मान के लिए पहुंचे, तो सांसद हनुमान बेनीवाल के समर्थकों ने हंगामा शुरू कर दिया। लोगों ने उन्हें मंच से उतारने के लिए हूटिंग शुरू कर दी। इस दौरान जब सांसद बेनीवाल को मंच पर आमंत्रित किया गया, तो फिर से हंगामा शुरू हो गया।
लोगों को समझाने गई पुलिस, तो पत्थरबाजी की घटना हुई
इस दौरान भाजपा और आरएलपी दोनों के कार्यकर्ता कार्यक्रम में जमकर हंगामा करने लगे। मंदिर कमेटी के सदस्यों ने लोगों की भीड़ को शांत रहने की बार-बार मंच से अपील की, लेकिन मामला लगातार बढ़ता ही रहा। इस दौरान बताया जा रहा है कि आरएलपी का झंडा लिए कुछ लोग बल्लियों पर चढ़ गए और जमकर नारेबाजी करने लगे। इस दौरान पुलिस ने उन्हें समझाने का काफी प्रयास किया। इस बीच भीड़ में कुछ लोगों ने पत्थरबाजी कर दी। कार्यक्रम के हंगामा की भेंट चढ़ने के चलते आयोजकों ने तत्काल कार्यक्रम को स्थगित कर दिया।
बेनीवाल के नाम पुकारने पर पहुंच गए बीजेपी नेता, तो भड़क गए कार्यकर्ता
जानकारी के अनुसार कार्यक्रम में मंच पर सांसद हनुमान बेनीवाल का नाम पुकार कर बुलाया गया। इस बीच बीजेपी के नेता रेवतराम डागा और अर्जुन मेहरिया भी मंच पर पहुंच गए। इससे बेनीवाल के समर्थक आक्रोशित हो गए और नारेबाजी करने लगे। यह लोग बीजेपी के नेता को मंच से उतारने के लिए हूटिंग करने लगें। काफी देर तक हंगामा चलता रहा। इस दौरान आयोजकों और पुलिस ने काफी मशक्कत कर मामला शांत करने का प्रयास किया, लेकिन उत्तेजित समर्थक नहीं माने।