नई दिल्ली
भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ रही इकॉनमी है लेकिन प्रति व्यक्ति आय के मामले में हम आज भी कई देशों से पीछे हैं। यूरोप के सबसे गरीब देशों के मुकाबले भी हम कहीं नहीं ठहरते हैं। इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड (IMF) और वर्ल्ड बैंक (World Bank) के मुताबिक मोल्दोवा यूरोप का सबसे गरीब मुल्क है। लेकिन इस देश की जीडीपी प्रति कैपिटा यानी प्रति व्यक्ति जीडीपी भारत के मुकाबले कहीं ज्यादा है। भारत में जीडीपी पर कैपिटा जहां 2,700 डॉलर के आसपास है जबकि मोल्दोवा में यह 4,500 डॉलर है। मोल्दोवा के बाद यूक्रेन यूरोप का सबसे गरीब देश है। युद्ध से जूझ रहे इस देश की जीडीपी पर कैपिटा भी 4,500 डॉलर है। भारत की जीडीपी प्रति कैपिटा 2029 में 4,281 डॉलर पहुंचने का अनुमान है।
यूरोप के सबसे गरीब देशों की लिस्ट में कोसोवो तीसरे नंबर पर है। इस देश की जीडीपी प्रति कैपिटा 4,700 डॉलर है। आर्मेनिया में यह 5,300 डॉलर और अल्बानिया में 5,500 डॉलर है। नॉर्थ मेसेडोनिया में जीडीपी प्रति कैपिटा 6,100 डॉलर, जॉर्जिया में 6,200 डॉलर, बोस्निया हर्जेगोविना में 6,300 डॉलर, सर्बिया में 7,500 डॉलर, मोंटेनेग्रो में 8,000 डॉलर, बेलारूस में 8,300 डॉलर, अजरबेजान में 8,500 डॉलर और बुल्गारिया में 9,700 डॉलर है। रोमानिया, टर्की, रूस, ग्रीस, हंगरी, क्रोएशिया, पुर्तगाल और स्लोवाकिया में यह 10,000 से 20,000 डॉलर के बीच है।
सबसे अमीर देश
यूरोप के सबसे अमीर देशों की लिस्ट देखें तो इसमें वेटिकन सिटी पहले नंबर पर है। यहां के हर निवासी की जीडीपी प्रति कैपिटा 63,000 डॉलर है। इसके बाद सैन मरीनो का नंबर है। इस देश में जीडीपी प्रति कैपिटा 61,200 डॉलर है। अंडोरा (59,500 डॉलर), मोनाको (57,800 डॉलर), लिकटेंस्टीन (56,000 डॉलर) टॉप 5 देशों में शामिल हैं। स्विट्जरलैंड, लक्जमबर्ग, आइसलैंड, नॉर्वे, फिनलैंड, डेनमार्क, स्वीडन, आयरलैंड, नीदलैंड्स और ऑस्ट्रिया में यह 40,000 डॉलर से अधिक है। ब्रिटेन की जीडीपी पर कैपिटा 38,000 डॉलर है।