48 लाख शादियां, 5.9 लाख करोड़ रुपये का खर्च, अर्थव्यवस्था को मिलेगा भारी बूस्ट, पढ़ लीजिए पूरा हिसाब

नई दिल्ली

अक्टूबर आते ही पहले हफ्ते से शारदीय नवरात्र शुरू हो रहा है। इसके बाद शादी-ब्याह का मौसम शुरू हो रहा है। शादी का लगन इस बार 16 दिसंबर 2024 तक चलेगा। कई अनुमान आए हैं कि इस दौरान देश भर में करीब 35 लाख शादियां होंगी। इतनी शादियों में जो वस्तुओं एवं सेवाओं का कारोबार होगा, उसका मूल्य करीब 5.9 लाख करोड़ रुपये तक जा सकता है। इससे सिर्फ बाजार ही नहीं बल्कि पूरी अर्थव्यवस्था को भी नया जोश मिलेगा।

व्यापारियों ने शुरू की तैयारी
अगले महीने 12 नवंबर से शादी का मौसम शुरू हो रहा है। कनफ़ेडरेशन ऑफ़ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) द्वारा किए गए एक अध्ययन के अनुसार, इस शादी के सीजन में देश के रिटेल सेक्टर (जिसमें वस्तुएं और सेवाएं दोनों शामिल हैं) से 5.9 लाख करोड़ रुपये का व्यापार होने की उम्मीद है। पूरे देश में अनुमानित 48 लाख शादियों के साथ, यह सीजन एक प्रमुख आर्थिक वृद्धि का पायदान साबित होगा। पिछले साल भी 35 लाख शादियों के साथ कुल व्यापार 4.25 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचा था।

इस साल शादी की तिथियां ज्यादा
इस सााल विवाह की तिथियों की संख्या कुछ ज्यादा है। साल 2023 के दौरान इस समय 11 दिन के मुकाबले, इस साल 18 शुभ तिथियां पड़ रही हैं। इसी कारण व्यापार में और बढ़त होगी। अकेले दिल्ली में ही इस सीजन में 4.5 लाख शादियों से 1.5 लाख करोड़ रुपये के व्यापार का अनुमान है। देश भर में इस मौसम के दौरान करीब 48 लाख शादियां होने का अनुमान है।

शादी में कितना खर्च
हर वर्ग के लोगों में शादी होती है। लेकिन, सभी एक समान खर्च नहीं करते। कोई-कोई शादी में करोड़ों रुपये खर्च होते हैं तो कोई शादी महज दो-तील लाख रुपये में भी निपट जाता है। कैट का कहना है कि इस साल अधिकतर शादी तीन से 15 लाख रुपये के खर्च वाली। हां, करीब सात लाख शादियां ऐसी होंगी जिसमें 25 लाख रुपये खर्च होंगे। 50-50 हजार ऐसी भी शादियां होंगी, जिनमें 50 लाख और एक करोड़ रुपये से भी ज्यादा खर्च होंगे।

बाजार को मिलेगा बूस्ट
कैट के अनुसार, शादी के खर्च आमतौर पर सामान और सेवाओं के बीच विभाजित होते हैं। सामान क्षेत्र में निम्नलिखित वस्तुओं में महत्वपूर्ण व्यापार होने की उम्मीद है:
– वस्त्र, साड़ियां, लहंगे, और परिधान (10%)
– आभूषण (15%)
– इलेक्ट्रॉनिक्स, विद्युत उपकरण, और उपभोक्ता टिकाऊ सामान (5%)
– सूखे मेवे, मिठाइयां, और नमकीन (5%)
– किराने का सामान और सब्जियां (5%)
– उपहार वस्तुएं (4%)
– अन्य सामान (6%)

सर्विस इंडस्ट्री में भी खूब खर्च
सेवाओं के क्षेत्र में खर्च निम्नलिखित में वितरित होगा:
– बैंक्वेट हॉल, होटल, और शादी के स्थल (5%)
– इवेंट मैनेजमेंट (5%)
– टेंट डेकोरेशन (12%)
– खानपान सेवाएं (10%)
– फूलों की सजावट (4%)
– परिवहन और कैब सेवाएं (3%)
– फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी (2%)
– ऑर्केस्ट्रा और बैंड (3%)
– लाइट और साउंड (3%)
– अन्य सेवाएं (3%)

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