तेल अवीव
ईरान ने मंगलवार रात को इजरायल पर करीब 500 रॉकेट दागे। इससे पूरे इजरायल में रॉकेट सायरन बजने लगे। इजरायली सेना ने तुरंत सभी लोगों को बम शेल्टर में शरण लेने की सलाह दी। इस दौरान आसमान में मिसाइल इंटरसेप्शन से धमाकों की आवाजें लगातार आती रहीं। कई इलाकों में ईरानी रॉकेट के गिरने की भी सूचना है, लेकिन उनसे जानमाल का कोई नुकसान नहीं हुआ है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या इजरायल ने यह हमला सिर्फ अपने अहम को संतुष्ट करने के लिए किया। यह सवाल इसलिए भी उठ रहा है क्योंकि ईरान ने इसी साल 13 अप्रैल को ऐसा ही एक और नाकाम हमला इजरायल पर किया था।
कहां-कहां गिरी ईरानी मिसाइलें
जेरूशलम पोस्ट के अनुसार, उत्तरी तेल अवीव में जॉर्ज वीस स्ट्रीट पर एक इमारत पर सीधा हमला हुआ, हालांकि, अभी तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं मिली है। तेल अवीव के साथ-साथ डिमोना, नबातिम, होरा, होद हशरोन, बीर शेवा और रिशोन लेज़ियन में भी कई रॉकेटों के गिरने की खबर है। सोशल मीडिया पर शेयर किए जा रहे एक वीडियो में मृत सागर में मिसाइल और इंटरसेप्टर के टुकड़ों को गिरते हुए देखा गया है।
इजरायल में हवाई और रेल यातायात बंद
इजरायल के बेन गुरियन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे ने घोषणा की कि एयरपोर्ट पर सभी लैंडिंग और टेकऑफ रोक दिए गए हैं। इसके अलावा इजरायल में सभी ट्रेनें रोक दी गई हैं। जो विमान लैंडिंग के लिए हवा में थे, उन्होंने यू-टर्न ले लिया। जॉर्डन और इराक ने भी अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया है। ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने घोषणा की कि यह हमला नसरल्लाह की हत्या के जवाब में किया गया है और अगर इजरायल जवाब देता है तो उसे और तगड़ा झटका लगेगा
इजरायली सेना ने क्या कहा
आईडीएफ प्रवक्ता ने इजरायली नागरिकों से आगे की सूचना तक सुरक्षित क्षेत्र में रहने को कहा। उन्होंने कहा कि “आप जो विस्फोट सुन रहे हैं, वे अवरोधन या गिरने से उत्पन्न हो रहे हैं। वायु रक्षा प्रणाली हर समय खतरों का पता लगाती है और उन्हें रोकती है।” इजराइल और ईरान के बीच दूसरा सीधा सैन्य टकराव ऐसे समय में हुआ है, जब पिछले कुछ हफ्तों में IDF ने लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर बमबारी की है, जिससे ईरानी प्रॉक्सी समूह काफी कमजोर हो गया है। इसमें हिजबुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह की हत्या भी शामिल है। ईरान ने उन हमलों के लिए नतीजों की चेतावनी दी थी।
13 अप्रैल को भी ईरान ने किया था हमला
ईरान ने आखिरी बार अप्रैल में इजरायल पर हमला किया था, लेकिन उसकी मिसाइलों को पांच सेनाओं: इजरायल, अमेरिका, फ्रांस, जॉर्डन और यूनाइटेड किंगडम की संयुक्त कार्रवाई से विफल कर दिया गया था। माना जा रहा है कि यह हमला अप्रैल में ईरान द्वारा इजराइल पर दागे गए 120 बैलिस्टिक मिसाइलों, 170 ड्रोन और दर्जनों क्रूज मिसाइलों से भी बड़ा होगा।