नई दिल्ली,
गुजरात कांग्रेस के नेताओं ने मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी से उनके खिलाफ निराधार आरोप लगाने के लिए बिना शर्त माफी मांगी. उन्होंने इसे रिकॉर्ड पर स्वीकार किया कि उनके आरोप राजनीति से प्रेरित थे और उनके पास कोई सबूत नहीं था. विजय रूपाणी के वकील अंश भारद्वाज ने एक वीडियो संदेश में लिखित रूप में कांग्रेस नेताओं द्वारा जारी बिना शर्त माफी की पुष्टि की. उन्होंने आगे कहा कि गुजरात के पूर्व सीएम ने उनकी माफी स्वीकार कर ली है और उनके खिलाफ दायर मानहानि के मुकदमे को वापस लेने के लिए अदालत से अनुमति मांगी है.
दो साल पहले, विजय रूपाणी ने सुखराम राठवा और उनके सहयोगियों सहित कांग्रेस नेताओं को यह दावा करने के लिए कानूनी नोटिस भेजा था कि पूर्व मुख्यमंत्री 500 करोड़ रुपये के भूमि घोटाले में शामिल थे. कांग्रेस नेताओं ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया था कि विजय रूपाणी के नेतृत्व वाली तत्कालीन भाजपा सरकार ने एक कॉर्पोरेट समूह को लाभ पहुंचाने के लिए राजकोट शहरी विकास प्राधिकरण (RUDA) की भूमि का ज़ोनिंग आवासीय से औद्योगिक में बदल दिया था.
रूपाणी के कानूनी वकील अंश भारद्वाज ने बताया कि तत्कालीन विपक्ष के नेता सुखराम राठवा के नेतृत्व में कांग्रेस नेताओं ने रिकॉर्ड पर स्वीकार किया है कि उनके बेबुनियाद आरोपों के पीछे कोई सबूत नहीं था और यह तत्कालीन भाजपा सरकार को बदनाम करने के लिए महज राजनीतिक आरोप था.
अंश भारद्वाज ने कहा, विजय रूपाणी ने 2022 में उनके बेबुनियाद आरोपों पर आपत्ति जताई थी और मांग की थी कि वे अपने आरोप वापस लें और माफ़ी मांगें. जब उन्होंने ऐसा करने से इनकार कर दिया, तो विजय रूपाणी द्वारा गांधीनगर अदालत में आपराधिक मानहानि का मामला दायर किया गया. प्रत्यक्षदर्शियों ने अपने बयान दर्ज किए और मुकदमा जारी रहा. अब, सभी चार कांग्रेस नेताओं ने निराधार दावे करने के लिए विजय रूपाणी से बिना शर्त माफ़ी मांगी है.