भोपाल।
गुरूवार को कलेक्ट्रेट सभागार भोपाल में माननीय श्रीमती कृष्णा गौर, राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण एवं विमुक्त, घुमन्तु और अर्द्धघुमन्तु कल्याण विभाग, मध्यप्रदेश शासन की अध्यक्षता में रत्नागिरी से कस्तूरबा नगर होते हुए मिसरोद तक ऐलिवेटेड कोरिडोर के एकरेखण को हरी झण्डी प्रदान कर दी गई। यह कोरिडोर रत्नागिरी चौराहे से प्रारंभ होकर भेल क्षेत्र में कालीबाड़ी, अन्ना नगर, कस्तूरबा नगर, गौतम नगर, रानी कमलापति रेलवे स्टेशन, एम्प्री से आशिमा मॉल होते हुए मिसरोद पर समाप्त होगा।
लगभग 24 किलोमीटर लंबे मार्ग पर एलिवेटेड कोरिडोर निर्माण की स्वीकृति माननीय श्री नितिन गडकरी जी, केन्द्रीय मंत्री, सडक़ एवं भूतल मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा अक्टुबर, 2023 में प्रदान की गई थी। वर्तमान में यह कोरिडोर लोक निर्माण विभाग राष्ट्रीय राजमार्ग संभाग भोपाल द्वारा निर्मित किया जाना है।
इसके पहले चरण में कार्य के विस्तृत सर्वेक्षण हेतु इस प्रस्तावित कोरिडोर को वार्षिक योजना में 1.5 करोड़ की लागत के साथ सम्मिलित किया गया है। इस महत्वकांक्षी योजना को स्वीकृत किये जाने पर इस क्षेत्र की विधायक एवं वर्तमान में मध्यप्रदेश शासन की मंत्री माननीय श्रीमती कृष्णा गौर जी ने उन्हें हार्दिक धन्यवाद देते हुए कलेक्ट्रेट सभागार में अपने उदगार व्यक्त किये। उन्होने बताया कि यह कोरिडोर प्रदेश एवं भोपाल के विभिन्न महत्वपूर्ण औद्योगिक क्षेत्रों मण्डीदीप, बगरोदा, गोविंदपुरा एवं अचारपुरा को जोड़ते हुए सीधा बीना स्थित औद्योगिक क्षेत्रों के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी बनेगा। दो राष्ट्रीय राजमार्गो को जोडऩे वाला यह कोरिडोर भोपाल शहर के अंदर रिंग रोड जैसी संरचना का निर्माण करेगा एवं इसके बन जाने से नर्मदापुरम मार्ग की ओर निवास करने वाले नागरिक बिना किसी बाधा के इंदौर, जयपुर, ग्वालियर, मुम्बई इत्यादि महत्वपूर्ण शहरों की ओर आवागमन कर सकेंगे।
यह कोरिडोर इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह कोरिडोर वर्तमान प्रचलित मार्ग के मध्य में निर्मित किया जायेगा। इस कोरिडोर के निर्माण किसी भी प्रकार के भूअर्जन की आवश्यकता नहीं होगी। इसके साथ ही इस कोरिडोर के निर्माण में पेड़ों को काटने की आवश्यकता नहीं होगी एवं यूटिलिटी शिफ्टिंग की आवश्यकता बहुत कम होगी। यह कोरिडोर भोपाल शहर के अंदर के प्रदूषण को भी कम करने में सहायक होगा। क्योंकि भोपाल शहर के अंदर से गुजर कर अन्य दिशाओं में जाने वाले वाहन अब इस कोरिडोर के बनने के बाद भोपाल शहर के अंदर प्रवेश किये बिना अपने गंतव्य स्थानों की ओर आवागमन कर सकेंगे।
बैठक में माननीय मंत्रीजी ने राष्ट्रीय राजमार्ग के कार्यपालन यंत्री विजय सिंह को परियोजना के डी.पी. आर. में विलंब किये जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए इसे आगामी 02 महीने में पूरा करने के निर्देश दिये। इसके अतिरिक्त माननीय मंत्रीजी ने सभागार में उपस्थित अतिरिक्त कलेक्टर श्री सिद्वार्थ जैन एवं श्री प्रकाश नायक को इसे कलेक्ट्रेट की टी.एल. में सम्मिलित किये जाने हेतु निर्देशित करते हुए स्वयं इसकी समीक्षा प्रत्येक 15 दिवस में किये जाने के लिए कार्यपालन यंत्री को निर्देशित करते हुए ऐलिवेटेड कोरिडोर के निर्माण हेतु सभागार में उपस्थिति विभिन्न विभागों जैसे-मेट्रो रेल, मध्यप्रदेश विद्युत मण्डल, लोक निर्माण विभाग (सेतु) एवं भेल प्रशासन से आपसी समन्वय स्थापित किये जाने पर बल दिया।