अमेरिका में कमला हैरिस से मुसलमान नाराज! राष्ट्रपति चुनाव से पहले बड़ा झटका, ट्रंप की बल्ले-बल्ले

वॉशिंगटन

अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव से पहले उपराष्ट्रपति कमला हैरिस मुश्किलों में फंस गई हैं। बताया जा रहा है कि अमेरिका का मुस्लिम समाज बाइडन/हैरिस प्रशासन से नाराज है। हैरिस नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी से उम्मीदवार हैं। ऐसे में मुसलमानों की नाराजगी कमला हैरिस को भारी पड़ सकती है और डोनाल्ड ट्रंप को फायदा पहुंच सकता है। इस कारण कमला हैरिस के एक वरिष्ठ सलाहकार ने बुधवार को अमेरिकी मुस्लिम और अरब नेताओं से मुलाकात की। अमेरिकी मुस्लिम समुदाय गाजा और लेबनान में इजरायल के युद्धों के लिए बाइडन प्रशासन के समर्थन से नाराज है। यही कारण है कि हैरिस की प्रचार टीम मुस्लिम मतदाताओं को वापस अपने पाले में करने का प्रयास कर रही है।

हैरिस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने की मुलाकात
उपराष्ट्रपति कार्यालय के अनुसार, हैरिस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, फिल गॉर्डन ने वर्चुअल मीटिंग में समुदाय के नेताओं से कहा कि बाइडन प्रशासन गाजा में युद्धविराम, लेबनान में कूटनीति और इजरायल के कब्जे वाले वेस्ट बैंक में स्थिरता का समर्थन करता है। लेबनानी-अमेरिकी वकील और समुदाय के नेता अली दागेर ने कहा कि हैरिस के कार्यालय से संपर्क पर्याप्त नहीं था। उन्होंने बैठक का बहिष्कार करते हुए कहा, “यह बहुत कम है, बहुत देर हो चुकी है।”

अमेरिकी मुसलमान क्यों हैं नाराज
राष्ट्रपति जो बाइडन ने 2020 के चुनाव में अधिकांश मुस्लिमों और अरब मतदाताओं के वोट हासिल किए थे, लेकिन इजरायल और हमास के बीच गाजा में जारी लड़ाई ने एक साल के भीतर मुस्लिम समुदाय में उनका समर्थन तेजी से गिरा दिया है। मुस्लिम समाज के नेताओं का कहना है कि बाइडन और हैरिस ने फिलिस्तीनी एन्क्लेव में इजरायल के सैन्य अभियान को रोकने के लिए बहुत कम काम किया है।

गाजा में 41 हजार लोगों की मौत
फिलिस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि गाजा में इजरायली सैन्य हमले में 41,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं। इजरायल 7 अक्टूबर 2023 को हमास के आतंकी हमले के बाद जवाबी कार्रवाई कर रहा है। इस हमले के दौरान हमास के आतंकवादियों ने लगभग 1200 इजरायलियों को मार दिया था और 250 से अधिक का अपहरण कर लिया था। ऐसे में इजरायल के हमले के बाद से गाजा को मानवीय संकट का सामना करना पड़ा है। इससे करीब 20 लाख लोग विस्थापित हुए हैं।

लेबनान में भी 1900 लोग मारे गए
लेबनान में इजरायल और ईरान समर्थित हिजबुल्लाह के बीच लगभग एक साल तक चली सीमा पार की लड़ाई के दौरान 1,900 से अधिक लोग मारे गए हैं और 9,000 घायल हुए हैं। लेबनानी सरकारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले दो हफ्तों में ज्यादातर मौतें हुई हैं। इसके बाद से इजरायल ने लेबनान में जमीनी सैन्य कार्रवाई भी शुरू की है।

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