लखीमपुर खीरी
भाजपा विधायक योगेश वर्मा से मारपीट का मामला बढ़ता ही जा रहा है। चार दिन बीत जाने के बाद भी विधायक की तहरीर पर आरोपी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज न होने से भाजपा विधायक पहले से ही आहत थे। इसी बीच रविवार को मारपीट के आरोपी अधिवक्ता अवधेश सिंह का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इसके बाद भाजपा विधायक योगेश वर्मा की सुरक्षा में लगाए गए गनर वापस कर दिए। ये दो गनर विधायक से मारपीट के बाद बढ़ाए गए थे। गनरों ने इसकी जानकारी पुलिस अधिकारियों को दी है। अधिकारियों ने गनर को फिर वापस विधायक के पास भेज दिया है। अधिकारी विधायक को मनाने की कोशिश कर रहे हैं। उधर विधायक का फोन बंद है।
9 अक्टूबर को अर्बन कोऑपरेटिव बैंक के संचालक मंडल के चुनाव में भाजपा विधायक योगेश वर्मा के साथ मारपीट और अभद्रता हुई थी। यह मामला प्रदेश स्तर पर सुर्खियां बना हुआ है। इस घटना के बाद एसपी ने विधायक की सुरक्षा में दो गनर और बढ़ा दिए थे। विधायक ने पुलिस को घटना की तहरीर भी दी है। जिसपर अभी तक मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है। रविवार को विधायक ने अचानक सुरक्षा में बढ़ाए गए दोनों गनर को वापस दिया। साथ ही मुकदमा भी न लिखने की बात कही।
गनरों के पुलिस लाइन पहुंचते ही अधिकारियों में हड़कम्प मच गया। आनन फानन दोनों गनर को वापस विधायक के पास भेजा गया। पुलिस अधिकारी विधायक को मनाने में लगे हुए हैं। एएसपी और सीओ विधायक से मिलने उनके घर पहुंचे। लेकिन उनकी मुलाकात नहीं हो सकी। अधिकारियों से बताया गया कि विधायक घर पर नहीं है। उधर विधायक के दोनों नंबर स्विच ऑफ है। जिससे विधायक का पक्ष नहीं मिल सका। उधर जिले के पुलिस अधिकारी भी सुरक्षा वापसी की पुष्टि नहीं कर रहे हैं।
विधायक की सुरक्षा में बढ़ाए गए थे ये दो गनर
विधायक योगेश वर्मा थप्पड़कांड के बाद सुरक्षा में तैनात किए गए गनर विधायक ने वापस कर दिए हैं। सुरक्षाकर्मी मुकेश और विक्की सागर को विधायक योगेश वर्मा की सुरक्षा में तैनात किया गया था विधायक अपने साथ कृत्य और फिर कार्रवाई न होने से आहत है। गनर वापस करने की सूचना पर पुलिस अधिकारियों के हाथ पांव फूल गए। विधायक को मनाने बातचीत करने के लिए अपर पुलिस अधीक्षक पवन गौतम सीओ सदर रमेश तिवारी पहुंचे थे। जिनको विधायक घर पर नहीं है। कह कर वापस कर दिया गया।