“विजयादशमी पर्व भारतीय संस्‍कृति में शौर्य, बुराई पर अच्‍छाई और असत्‍य पर सत्‍य की विजय का प्रतीक— रामनाथन

— बीएचईएल भोपाल में दशहरा का आयोजन

भोपाल।

“विजयादशमी का पर्व भारतीय संस्‍कृति में शौर्य, बुराई पर अच्‍छाई और असत्‍य पर सत्‍य की विजय का प्रतीक है और हमें हर हाल में सत्‍य और धर्म के पथ पर चलते रहना है”, यह उदगार व्‍यक्‍त करते हुए कार्यक्रम के मुख्‍य अतिथि एसएम रामनाथन कार्यपालक निदेशक ने दशहरा मैदान में उपस्थित भारी जन समूह को इस पावन पर्व की शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर विशिष्‍ट अतिथि संगीता रामनाथन, अध्‍यक्षा, बीएचईएल, लेडीज क्‍लब, संरक्षक बीके सिंह, महाप्रबंधक (मासं) सहित सभी महाप्रबंधकगण, बीएचईएल दशहरा महोत्‍सव समिति के अध्‍यक्ष टीयू सिंह, अपर महाप्रबंधक (नगर प्रशासन), सचिव समीर पॉल, उप महाप्रबंधक (टीसीएल एवं ईएमटी), विभिन्‍न ट्रेड यूनियनों के प्रतिनिधि तथा कर्मचारी एवं उद्योगनगरी के रहवासी उपस्थित थे ।

श्री रामनाथन ने उपस्थित जन समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि बीएचईएल भोपाल में सभी आयोजन पारंपरिक उत्‍साह और सौहार्द्र के साथ बनाया जाता है और दशहरा का आयोजन पूरे शहर में एक प्रतिष्ठित आयोजन है। उन्‍होंने कहा कि हमारी संस्कृति इस बात का साक्ष्‍य है कि जीत हमेशा सत्य की ही होती है।‘सत्यमेव जयते’ आदिकाल से हमारी संस्कृति का मूल मंत्र रहा है और आज भी भारत वर्ष पूरी दुनिया में “सत्यमेव जयते” का जीता जागता प्रतीक है। माँ दुर्गा ने भय, अंधकार, अहंकार का नाश किया और महिषासुर समेत सभी दैत्यों को सद्गति प्रदान की। महिषासुर मर्दिनी हमें यह संदेश देती है कि संकट, परेशानी और अधर्म कभी धर्म, साहस और कर्तव्य का सामना नहीं कर सकते। इस वित्‍त वर्ष में हम आधे से अधिक सफ़र पूरा कर चुके हैं। उन्‍होंने सभी से आहवान किया कि हम पूर्ण परिश्रम के साथ सुरक्षात्‍मक उपायों को अपनाते हुए लक्ष्‍य प्राप्ति के लिए समर्पित हो जाएं।

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