नई दिल्ली:
मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) का मुनाफा घटा है। लेकिन, यह बाजार की उम्मीदों से बेहतर रहा है। कंपनी ने सोमवार को बताया कि सितंबर 2024 में खत्म तिमाही में उसका मुनाफा 5% घटकर 16,563 करोड़ रुपये रहा। पिछले साल इसी तिमाही में कंपनी का मुनाफा 17,394 करोड़ रुपये था।
हालांकि, कंपनी का मुनाफा ET Now के अनुमान से ज्यादा रहा। ET Now ने अनुमान लगाया था कि कंपनी का मुनाफा 15,716 करोड़ रुपये रहेगा। RIL की कुल कमाई पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 0.2% बढ़कर 2.35 लाख करोड़ रुपये हो गई।
रिलायंस की कुल कमाई पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 0.2% बढ़कर 2.35 लाख करोड़ रुपये हो गई। रिपोर्टिंग अवधि में ऑपरेशंस से रेवेन्यू में साल-दर-साल (YoY) 0.2% की मामूली बढ़ोतरी दर्ज की गई। यह बढ़कर 2.35 लाख करोड़ रुपये हो गई।
रिलायंस के मार्जिन में आई गिरावट
तेल से लेकर टेलीकॉम तक के सेक्टरों में फैले इस समूह ने दूसरी तिमाही के लिए 43,934 करोड़ रुपये का EBITDA दर्ज किया। यह साल-दर-साल 2% की गिरावट को दर्शाता है। EBITDA मार्जिन में 50 आधार अंकों की गिरावट आई। यह घटकर 17% पर रह गया।तिमाही के दौरान, फाइनेंस कॉस्ट में साल-दर-साल 5% की बढ़ोतरी हुई। यह 6,017 करोड़ रुपये ($718 मिलियन) हो गई। इसका मुख्य कारण कर्ज में बढ़ोतरी है।
डिजिटल सेवा और अपस्ट्रीम कारोबार में मजबूत ग्रोथ
रिलायंस ने डिजिटल सेवाओं और अपस्ट्रीम कारोबार में मजबूत ग्रोथ दर्ज की है। इसने प्रतिकूल ग्लोबल डिमांड-सप्लाई डायनेमिक्स से प्रभावित ओ2सी कारोबार के कमजोर कॉन्ट्रिब्यूशन को काफी हद तक बैलेंस करने में मदद की।नतीजों पर रिलायंस के चेयरमैन और एमडी मुकेश अंबानी ने कहा, ‘मुझे यह जानकर खुशी हो रही है कि इस तिमाही के दौरान रिलायंस ने एक बार फिर अपने विविध व्यवसाय पोर्टफोलियो के लचीलेपन का प्रदर्शन किया।’
सेगमेंट के हिसाब से ग्रुप की डिजिटल सर्विस कंपनी जियो प्लेटफॉर्म्स ने टैक्स के बाद अपने शुद्ध लाभ में 23 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की। यह 6,539 करोड़ रुपये रहा। वहीं, राजस्व में साल-दर-साल 18% की बढ़ोतरी हुई। यह 37,119 करोड़ रुपये हो गया।कारोबार की राजस्व वृद्धि मुख्य रूप से टैरिफ बढ़ोतरी और घरेलू और डिजिटल सेवा व्यवसायों के विस्तार के आंशिक प्रभाव से प्रेरित थी।
इस बीच, तिमाही के लिए EBITDA भी दूसरी तिमाही में साल-दर-साल 18% बढ़कर 15,931 करोड़ रुपये हो गया। टैरिफ बढ़ोतरी के आंशिक अनुपालन और बेहतर ग्राहक मिश्रण के साथ इस अवधि के लिए ARPU बढ़कर 195.1 रुपये रहा। टैरिफ बढ़ोतरी का पूरा असर अगली 2-3 तिमाहियों में दिखने की संभावना है।