गाजा में IDF का भीषण हवाई हमला, 73 फिलिस्तीनियों की मौत, कहर बरपा रही है इजरायली सेना

तेल अवीव,

गाजा पट्टी के बेत लाहिया इलाके में इजरायल ने बड़ा हमला किया है. इस हमले में कम से कम 73 फिलिस्तीनी मारे गए हैं. मरने वालों में ज्यादतर महिलाएं और बच्चे हैं. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक ये हमला शनिवार देर रात बम विस्फोट के जरिए किया गया. इस हमले के बाद कई लोगों के मलबे में दबे होने की बात कही जा रही है. हमास का कहना है कि इजरायल ने अपने इस ताज़ा हमले में भीड़भाड़ वाली जगह को निशाना बनाया है.

फिलिस्तीनी समाचार एजेंसी वफा के अनुसार इजरायली हमलों में एक पूरा आवासीय परिसर ही नष्ट हो गया है. वहीं इस हमले को लेकर इजरायल का कहना है कि वह इससे जुड़ी रिपोर्ट की जांच कर रहा है सैकड़ों टन बारूद झेल चुके गाजा में जमीन से लेकर आसमान तक सिर्फ और सिर्फ तबाही की तस्वीरें नजर आती हैं. जंग की त्रासदी झेल रहे लोगों की जिंदगी बमबारी के बीच गुजर रही है. जान बचाने के लिए लोग इधर-उधर भाग रहे हैं.

फिलिस्तीन के स्वास्थ्य विभाग ने दावा किया है 19 अक्टूबर तक कुल 42 हजार 519 लोग मारे जा चुके हैं. इन हमलों में पिछले 24 घंटे के अंदर 92 लोगों की मौत हुई है और 9 जख्मी हुए हैं. इजरायल ने गाजा के पश्चिमी इलाके में शनिवार को स्कूल के पास अल शाती रिफ्यूजी कैम्प पर हमला किया था, जिसमें 7 लोगों की मौत हुई. उत्तरी गाजा पट्टी के जबालिया में हुए हमलों में 5 लोगों की जान गई. इजरायल ज्यादातर हवाई हमले कर रहा है.

इजरायल ने कहा है कि गाजा पट्टी पर चल रही लड़ाई में 20 साल के स्टाफ सार्जेंट ऑफिर बरकोविच और 19 साल के सार्जेंट एलिशाई यंग शहीद हो गए हैं. दोनों जवान 52वीं बटालियन के 401वीं ब्रिगेड में तैनात थे. इन दोनों की मौत के साथ सिर्फ गाजा पट्टी में अब तक इजरायल के 357 जवान शहीद हो चुके हैं. इसके बाद भी इजरायल गाजा से हमास का नामोनिशान मिटाने के लिए जमीनी अभियान पर लगातार आगे बढ़ता जा रहा है.

इस बीच अरब देशों की ओर से आशंका जताई जा रही है कि गाजा को मिलिट्री जोन घोषित करके इजरायल नरसंहार कर सकता है. उधर, गाजा में बंधक बनाए गए इजरायली नागरिकों की रिहाई के लिए विरोध प्रदर्शन का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा. शनिवार को एक बार फिर हजारों प्रदर्शनकारी तेल अवीव की सड़कों पर उतर आए और इजरायल की सरकार से बंधकों की रिहाई के लिए गाजा में बमबारी रोकने और हमास से तुरंत समझौते की मांग की है.

बंधक बनाए गए लोगों के परिजनों और दोस्तों को डर है कि यदि हमास के साथ जल्द समझौता नहीं होता तो और ज्यादा बंधक मारे जाएंगे. ये प्रदर्शन ऐसे समय हुआ जब इजरायल ने हमास के नए चीफ याह्या सिनवार को भी मार दिया हैं. ऐसे प्रदर्शनकारियों को डर सत्ता रहा है कि हमास इसका बदला बंधकों से ले सकता है. एक प्रदर्शनकारी गैल स्ने ने कहा, ”हमास के पास अभी भी 101 लोग बंधक हैं. हमें उन्हें रिहा करना है. इसके प्रयास किए जाने चाहिए.”

तेल अवीव में सड़कों पर उतरे प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से इस्तीफा भी मांगा है. देश में आम चुनाव कराए जाने की भी मांग की है. पिछले साल 7 अक्टूबर को हमास ने इजरायल पर हमला कर 250 से ज्यादा लोगों को बंधक बना लिया था. इसमें से करीब आधे बंधकों को हमास अब तक छोड़ चुका है. जबकि कुछ की मौत हो चुकी है. वहीं अभी भी हमास की कैद में करीब 100 से ज्यादा इजरायली नागरिकों को होने की बात कही जा रही है.

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