मुकेश अंबानी की ‘भारत’ डील चढ़ गई परवान तो बड़े-बड़ों का बंध जाएगा बोरिया बिस्‍तर, समझ‍िए कैसे

नई दिल्‍ली

रिलायंस इंडस्ट्रीज के मुखिया मुकेश अंबानी अब देश के आम आदमी को सस्ता खाना खिलाने की तैयारी में हैं। सरकार के साथ मिलकर रिलायंस रिटेल ‘भारत’ ब्रांड के आटा, चावल और दाल जैसी जरूरी चीजें कम कीमत पर बेच सकती है। इससे महंगाई पर काबू पाने में मदद मिलेगी। अगर डील परवान चढ़ती है तो यह अंबानी के रिटेल कारोबार के लिए भी बड़े फायदे का सौदा होगा। यहां समझते हैं कैसे?

रिलायंस रिटेल देश की सबसे बड़ी रिटेल चेन है। अब वो सरकार के साथ मिलकर ‘भारत’ ब्रांड के जरिए गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों तक सस्ता राशन पहुंचाने का काम करेगी। हालांक‍ि, यह तभी संभव होगा जब डील फाइनल होगी। इससे रिलायंस को करोड़ों नए ग्राहक मिलेंगे। वो अपने दूसरे सस्ते उत्पाद भी उन्हें बेच सकेगी।

‘भारत’ ब्रांड को सरकार ने इसी साल की शुरुआत में लॉन्‍च किया था। इसके तहत आटा, चावल और दाल जैसी चीजें बाजार भाव से काफी कम दाम पर बेची जाती हैं। सरकार ने ये कदम बढ़ती महंगाई से आम आदमी को राहत देने के लिए उठाया था।

अभी ‘भारत’ ब्रांड के उत्पाद सरकारी संस्थाओं जैसे NCCF और NAFED के जरिए बेचे जाते हैं। लेकिन, रिलायंस के विशाल नेटवर्क से जुड़ने के बाद इनकी पहुंच और बढ़ेगी। रिलायंस रिटेल के देशभर में 19,000 स्टोर हैं। वो ऑनलाइन प्लेटफॉर्म JioMart के जरिए भी सामान बेचती है।

सरकार और र‍िलायंस दोनों को फायदा
इस डील से सरकार और रिलायंस दोनों को फायदा होगा। सरकार को ‘भारत’ ब्रांड के उत्पादों की पहुंच बढ़ाने में मदद मिलेगी। वहीं, रिलायंस को करोड़ों नए ग्राहक मिलेंगे। रिलायंस रिटेल की डायरेक्टर ईशा अंबानी ने अगस्त में कंपनी की सालाना आम बैठक में कहा था कि कंपनी का फोकस छोटे शहरों पर है, जहां उसके दो-तिहाई नए स्टोर खुल रहे हैं।

मुकेश अंबानी ने पहले भी टेलीकॉम सेक्टर में रिलायंस जियो के जरिए क्रांति ला दी थी। सस्ते डेटा और हैंडसेट के दम पर जियो बहुत जल्दी भारत की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी बन गई। अब अंबानी रिटेल और FMCG सेक्टर में भी यही रणनीति अपना रहे हैं। रिलायंस रिटेल पहले ही स्टोर्स की संख्या के मामले में दुनिया के टॉप 5 रिटेलर्स में शामिल हो चुका है।

अंबानी की रणनीति है कि वो अपने उत्पादों को कम से कम कीमत पर बेचकर ज्यादा से ज्यादा ग्राहकों तक पहुंचें। इसके लिए वो सप्लाई चेन को मजबूत बनाने, टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने और नए-नए बिजनेस मॉडल अपनाने पर ध्यान दे रहे हैं।अगर ये डील होती है तो इससे रिलायंस रिटेल को अपना कारोबार तेजी से बढ़ाने में मदद मिलेगी। साथ ही, इससे सरकार को भी ‘भारत’ ब्रांड के जरिए महंगाई पर काबू पाने में मदद मिलेगी।

एफएमसीजी सेक्‍टर में बढ़ेगी हलचल
यह डील रिलायंस की ‘भारत’ रणनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसका उद्देश्य देश के ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में रहने वाले करोड़ों उपभोक्ताओं को लक्षित करना है। अंबानी जानते हैं कि ‘भारत’, यानी ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्र, शहरी क्षेत्रों की तुलना में बहुत बड़ा है। इसलिए उनकी प्रमुख रणनीति कम कीमतों पर उत्पाद बेचकर तेजी से और नए क्षेत्रों में विस्तार करना है।

उन्होंने टेलीकॉम और FMCG व्यवसाय में इस रणनीति को सफलतापूर्वक लागू किया है, जहां उन्होंने हिंदुस्तान यूनिलीवर जैसी बड़ी कंपनियों को टक्कर देने के लिए साबुन और डिटर्जेंट कम कीमतों पर बेचे हैं।

इसी तरह ‘भारत’ ब्रांड के सब्सिडी वाले खाद्य पदार्थों जैसे आटा, चावल और दालों को बेचना भले ही कम मार्जिन वाला व्यवसाय हो। लेकिन, इससे रिलायंस के दायरे में करोड़ों उभरते हुए उपभोक्ता जुड़ेंगे। इन्‍हें अंबानी अपने कई अन्य कम कीमत वाले उत्पाद बेच सकते हैं।

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