जयपुर
राजस्थान में दीपोत्सव का पर्व धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है। इस दौरान प्रदेश में आतिशबाजी के दौरान कई दुर्घटनाएं भी सामने आई है। इसके चलते प्रदेश के विभिन्न जगहों में आतिशबाजी के कारण छह बच्चों की आंखें बारूद जाने के कारण प्रभावित हुई है। इससे इन बच्चों को दिखाई देना बंद हो गया है। इन बच्चों के आंखों की रोशनी लगभग जा चुकी है। इधर, विभिन्न स्थानों पर आतिशबाजी के कारण गंभीर रूप से घायल हुए 80 से अधिक लोगों को नाजुक अवस्था में भर्ती कराया गया है, जहां उनका उपचार चल रहा है।
आतिशबाजी के कारण 6 बच्चों की आंखों की रोशनी गई
दीपावली के पर्व पर प्रदेश में आतिशबाजी का दौर जमकर जारी रहता है। इस दौरान आतिशबाजी के चलते हुई दुर्घटनाओं से 6 बच्चों की आंखें प्रभावित हुई है। उनकी देखने की क्षमता लगभग जा चुकी है। इसको लेकर प्रबंधन ने बताया कि बच्चों के ऑपरेशन के बाद ही इनकी आंखों की रोशनी आने की उम्मीद है, लेकिन इसके भी 10 प्रतिशत ही चांस है। इन घटनाओं मंे झुंझुनू, धौलपुर, नागौर समेत अन्य जिलों के बच्चे शामिल है। इस दौरान एसएमएस हॉस्पिटल की ओर से आतिशबाजी के चलते 24 घंटे ऑपरेशन थिएटर चालू रखा गया।
आतिशबाजी के कारण 80 मरीजों को भर्ती किया
प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर आतिशबाजी के कारण करीब 80 से अधिक लोग आग से झुलस गए। इन्हें जयपुर के एसएमएस हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। इनमें 10 रोगियों की हालत गंभीर बनी हुई है। आतिशबाजी को देखते हुए एसएमएस अस्पताल प्रबंधन की ओर से विशेष व्यवस्था की गई। इसके चलते 24 घंटे ऑपरेशन थिएटर जारी रहा, जहां गंभीर रोगियों का ऑपरेशन और इलाज किया गया।