मुंबई\छत्रपति संभाजीनगर
राज ठाकरे लगातार अपना विश्वास जता रहे हैं कि इस साल महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना(मनसे) सत्ता में आएगी। वहीं अब असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के नेता और पूर्व सांसद इम्तियाज जलील ने भी यही भरोसा जताया है। जलील ने कहा कि इस साल हम सत्ता में बैठेंगे और मंत्री बनेंगे। उन्होंने भविष्यवाणी की कि विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद एआईएमआईएम किंगमेकर बन जाएगी।
किंगमेकर की भूमिका
जलील ने कहा कि अगर विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद महाविकास अघाड़ी को हमारे विधायकों की जरूरत पड़ेगी तो हम किंगमेकर की भूमिका में होंगे। पिछले कई महीनों से मैं एवीए का पीछा कर रहा हूं कि तुम हमें अपने साथ ले चलो। हम आपका साथ देने को तैयार हैं लेकिन वे हमें अपने साथ नहीं ले गए। लेकिन कल ऐसी स्थिति आ सकती है कि शरद पवार, उद्धव ठाकरे मेरे घर आएंगे और सरकार बनाने का अनुरोध करेंगे।
महाविकास अघाड़ी के साथ क्यों नहीं हुआ गठबंधन?
जलील से पूछा गया कि महाविकास अघाड़ी ने आपको साथ क्यों नहीं लिया? इस पर जलील ने कहा कि कांग्रेस AIMIM को साथ लेने की इच्छुक थी। एनसीपी का रुख तटस्थ था लेकिन शिवसेना इस उथल-पुथल के ख़िलाफ़ थी। ठाकरे की शिव सेना अब सेक्युलर हो गई है। उन्हें कांग्रेस ने स्वीकार कर लिया है लेकिन ठाकरे की शिवसेना को डर था कि अगर एआईएमआईएम साथ आई तो उसके हिंदुत्व को झटका लगेगा।
इस बार ओवैसी ने उतारे कितने कैंडिडेट?
असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम पार्टी इस साल महाराष्ट्र में 16 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ रही है। पार्टी ने कुल 4 दलित उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है। एआईएमआईएम विकास, मुसलमानों, दलितों और वंचितों की राजनीतिक भागीदारी के मुद्दों पर चुनाव लड़ रही है। असदुद्दीन औवेसी और अकबरुद्दीन औवेसी ने मंगलवार से चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है।
एमआईएम का कैसा रहा है प्रदर्शन
2019 में एमआईएम ने 44 सीटों पर चुनाव लड़ा था। पार्टी को 2 सीटों पर सफलता मिली। 2014 में पार्टी ने 22 सीटों पर चुनाव लड़ा और 4 सीटें जीतीं। 2019 में पार्टी की ओर से जीती गई 2 सीटों के अलावा इस साल 14 और सीटों पर उम्मीदवार उतारे गए हैं। ये सीटें 2019 में बीजेपी, शिवसेना, कांग्रेस, एनसीपी और समाजवादी पार्टी ने जीती थीं।