नई दिल्ली,
रोहित शर्मा की अगुवाई में भारतीय क्रिकेट टीम को न्यूजीलैंड के खिलाफ हालिया टेस्ट सीरीज में 0-3 से करारी हार झेलनी पड़ी. भारतीय टीम का 24 साल बाद अपने घर पर टेस्ट सीरीज में सूपड़ा साफ हुआ. इससे पहले उसे साल 2000 में साउथ अफ्रीका के हाथों दो मैचों की सीरीज में 0-2 से हार का मुंह देखना पड़ा था. अब भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया दौर पर जाना है, जहां वह 22 नवंबर से मेजबान टीम के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेलेगी.
वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप (WTC) फाइनल के लिए क्वालिफिकेशन के लिहाज से भी भारतीय टीम के लिए यह टेस्ट सीरीज काफी महत्वपूर्ण है. अगर भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में 4-0 से जीत हासिल करती है, तो वह निश्चित तौर पर फाइनल में पहुंच जाएगी. हालांकि ऐसा करना आसान नहीं होगा. ऑस्ट्रेलिया को हराने के लिए भारत को अपना बेस्ट देना होगा.
ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर भारतीय टीम के हेड कोच गौतम गंभीर की भी अग्नि परीक्षा होगी. वैसे भी न्यूजीलैंड से करारी हार के बाद गौतम गंभीर को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं. गंभीर ने लगभग चार महीने पहले हेड कोच का पद संभाला था. मगर उनकी कोचिंग में भारतीय टीम पहले श्रीलंका दौरे पर वनडे सीरीज हारी. फिर न्यूजीलैंड के खिलाफ शर्मनाक हार मिली. अब गौतम गंभीर को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है.
...तो गौतम गंभीर की होगी छुट्टी?
अगर ऑस्ट्रेलिया में भारतीय टीम का प्रदर्शन खराब रहता है तो गंभीर को टेस्ट क्रिकेट में हेड कोच के पद से हटाया जाता है. गंभीर फिलहाल तीनों फॉर्मेट में भारतीय टीम के हेड कोच हैं. एक दैनिक अखबार की रिपोर्ट में ये दावा किया गया है. रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (BCCI) अब व्हाइट बॉल (वनडे, टी20) और रेड बॉल क्रिकेट (टेस्ट मैच) के लिए अलग-अलग कोच कोच की नियुक्ति करने पर विचार कर रहा है. टेस्ट क्रिकेट में वीवीएस लक्ष्मण जैसे किसी दिग्गज को हेड कोच बनाया जा सकता है, जबकि गौतम गंभीर व्हाइट बॉल टीम के हेड कोच बने रह सकते हैं.
BCCI की तरफ ली गई 6 घंटे की रिव्यू मीटिंग
उधर समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक न्यूजीलैंड के खिलाफ करारी हार के बाद बीसीसीआई की तरफ से रिव्यू मीटिंग की गई. कप्तान रोहित शर्मा, चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर और मुख्य कोच गंभीर के साथ बीसीसीआई सचिव जय शाह और अध्यक्ष रोजर बिन्नी भी मौजूद थे. न्यूजीलैंड सीरीज के दौरान टीम प्रबंधन द्वारा लिए गए कुछ फैसलों के बारे में सवाल पूछे गए. गंभीर की कोचिंग शैली के बारे में भी चर्चा हुई, जो पिछले हेड कोच राहुल द्रविड़ से बहुत अलग है.
बीसीसीआई के एक वरिष्ठ सूत्र बताया, ‘यह छह घंटे की मैराथन बैठक थी जो इस तरह की हार के बाद तय थी. भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर जा रही है और बीसीसीआई यह सुनिश्चित करना चाहेगा कि टीम वापस पटरी पर लौट आए. साथ ही वह जानना चाहेगा कि गंभीर-रोहित-अगरकर इस बारे में क्या सोच रहे हैं.’ बीसीसीआई के अधिकारी इस बात से खुश नहीं थे कि तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को तीसरे टेस्ट के लिए आराम दिया गया और टीम ने पुणे में टर्निंग ट्रैक पर हारने के बाद ‘रैंक टर्नर’ का विकल्प क्यों चुना.
सूत्र ने बताया, ‘बुमराह की अनुपस्थिति पर चर्चा की गई. हालांकि यह एक एहतियाती कदम था. इन पिचों पर भारत के अच्छा प्रदर्शन नहीं करने के बावजूद ‘रैंक टर्नर’ का विकल्प चुनना कुछ ऐसा मुद्दा था जिस पर चर्चा हुई.’ ऑलराउंडर नीतीश रेड्डी और तेज गेंदबाज हर्षित राणा का चयन सर्वसम्मति से नहीं किया गया. भारतीय टीम 10 और 11 नवंबर को दो बैच में ऑस्ट्रेलिया के लिए रवाना होगी.