नई दिल्ली,
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के बाद जो बाइडेन और डोनाल्ड ट्रंप ने पहली बार मुलाकात की. बैठक की शुरुआत में बाइडेन ने ट्रंप का स्वागत किया और दोनों ने ओवल ऑफिस में मुलाकात की. बाइडेन ने ट्रंप से कहा कि वह सत्ता का सुचारू और शांतिपूर्ण हस्तांतरण सुनिश्चित करेंगे और आपको समायोजित करने के लिए वह सब कुछ करेंगे, जो वह कर सकते हैं. इस पर ट्रंप ने जवाब दिया कि यह जितना संभव हो सके उतना सहज होगा.
जुलाई तक बाइडेन ट्रंप के प्रतिद्वंद्वी थे, लेकिन रिपब्लिकन नेता के खिलाफ एक खराब बहस के प्रदर्शन ने डेमोक्रेट्स के बीच उनकी मानसिक फिटनेस और दूसरे कार्यकाल के लिए उम्र को लेकर चिंता पैदा कर दी और उन्हें पद से हटने के लिए कहा. बाद में बाइडेन ने हार मान ली और दौड़ से बाहर हो गए, और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस का नाम आगे किया.
बुधवार को बाइडेन और ट्रम्प के बीच हुई बातचीत दोनों नेताओं द्वारा वर्षों से एक-दूसरे पर की जाने वाली आलोचनाओं के बिल्कुल विपरीत थी. चुनाव प्रचार के दौरान 81 वर्षीय बाइडेन ने ट्रम्प को लोकतंत्र के लिए खतरा बताया, जबकि 78 वर्षीय ट्रम्प ने बाइडेन को अक्षम कहा. जलवायु परिवर्तन से लेकर रूस और व्यापार तक की नीतियों पर दोनों की टीमें अलग-अलग रुख रखती हैं.