लखनऊ,
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक फर्जीवाड़े की कहानी सामने आई है. यहां एक जालसाज ने स्वास्थ्य एवं चिकित्सा विभाग के विशेष सचिव को कॉल किया और खुद को संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना का निजी सुरक्षा अधिकारी (PSO) बताया. इसके बाद जालसाज ने विशेष सचिव से निजी काम करवाने के सिलसिले में बात की. संदेह होने पर जब मामले की जांच की गई तो पूरी कहानी सामने आ गई. इस मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
जानकारी के अनुसार, यह घटना तब सामने आई, जब जालसाज ने स्वास्थ्य एवं चिकित्सा विभाग के विशेष सचिव शिव सहाय अवस्थी को कॉल किया और एक फार्मासिस्ट का तत्काल ट्रांसफर करने के निर्देश दिए. कॉल में ट्रू कॉलर पर मंत्री का नाम दिख रहा था. इस पर विशेष सचिव को मामला संदिग्ध लगा और उन्होंने इसकी जांच करने का निर्णय लिया. ऑफिस में जब इस मामले की पड़ताल की गई तो पूरे मामले का खुलासा हो गया कि यह कॉल फर्जी था. जालसाज निजी लाभ के लिए ट्रांसफर कराने की कोशिश कर रहा था.
इसके बाद विशेष सचिव ने मामले की जानकारी हजरतगंज थाने में दी, जहां पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की. स्वास्थ्य एवं चिकित्सा विभाग में इस तरह की धोखाधड़ी का मामला अधिकारियों के बीच चर्चा का विषय बन गया है. पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि जालसाज ने किस तरीके से विशेष सचिव को कॉल किया और ट्रू कॉलर पर मंत्री का नाम कैसे दिख रहा था, इसी के साथ इस मामले में अन्य कर्मचारियों और अधिकारियों को भी सतर्क किया गया है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके.