प्रयागराज
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में नॉर्मलाइजेशन के खिलाफ छात्रों का आक्रोश गहराता जा रहा है। प्रदर्शनकारी छात्र आंदोलन के चौथे दिन प्रशासन की ओर से लगाई गई बैरिकेडिंग को तोड़ते हुए आगे बढ़े हैं। प्रयागराज में छात्रों के प्रदर्शन को लेकर पुलिस ने सुरक्षा घेरा सख्त किया है। यूपी में 9 सीटों पर 20 नवंबर को होने वाली वोटिंग से पहले छात्रों के आक्रोश के मुद्दे को खासा तूल दिया जा रहा है। सोमवार 11 बजे से धरने पर बैठे छात्रों की मांग पर आयोग का रुख सख्त दिख रहा है। प्रशासन और पुलिस के सीनियर अधिकारियों के समझाने का कोई असर नहीं हो रहा है।
आयोग के अधिकारियों के रुख में भी नरमी नहीं दिया। मंगलवार को छात्रों ने आयोग के अध्यक्ष संजय श्रीनेत की गुमशुदगी का पोस्टर लगा दिया। हालांकि, आयोग की ओर से इस पूरे मसले पर अब तक कोई सफाई नहीं आई है। बैरिकेड को तोड़कर छात्र आयोग के कार्यालय के बाहर जुट गए हैं। वहीं, तमाम राजनीतिक दलों की ओर से इस मसले पर राजनीति को गरमाया जा रहा है।
अखिलेश ने बोला हमला
प्रयागराज में छात्रों के आंदोलन पर हमला करते हुए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि जब भाजपा की सरकार जाएगी, तभी नौकरी आएगी। उन्होंने कहा कि यूपी की अहंकार से भरी भाजपा सरकार लाख कोशिशों के बाद भी आखिर में इलाहाबाद के जुझारू आंदोलनकारी युवक-युवतियों के सामने हारेगी। सरकार दिखावा यह करेगी कि सब गलती यूपी लोक सेवा आयोग के अधिकारियों की है। देश-प्रदेश चलाने के लिए जो प्रतिभावान युवा आईएएस, पीसीएस या अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में अभ्यर्थी बनते हैं, उनमें इतनी अधिक समझ होती है कि वो ये बात आसानी से समझ सकें कि इस खेल के पीछे असल में कौन है?
सपा अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा के चेहरे से एक के बाद एक मुखौटे उतर रहे हैं। अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा का ‘नौकरी विरोधी’ चेहरा अभ्यर्थियों के सामने बेनकाब होता जा रहा है। अच्छा हो कि भाजपा नाटक करना छोड़ दे। भाजपा युवाओं के भविष्य को अपने भ्रष्टाचार से दूर रखे। सपा अध्यक्ष ने कहा कि जब भाजपा जाएगी, तब नौकरी आएगी।
अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि भाजपा की अहंकारी सरकार अगर ये सोच रही है कि वो इलाहाबाद में UPPSC के सामने से आंदोलनकारी अभ्यर्थियों को हटा देगी। युवाओं के अपने हक के लिए लड़े जा रहे लोकतांत्रिक आंदोलन को खत्म कर देगी। अखिलेश ने कहा कि ये उसकी ‘महा-भूल’ है। आंदोलन तन से नहीं मन से लड़े जाते हैं और अभी तक वो ताकत दुनिया में नहीं बनी जो मन को हिरासत में ले सके। साथ ही, उन्होंने नारा दिया, जुड़ेंगे तो जीतेंगे!
मायावती ने भी साधा निशाना
बसपा प्रमुख मायावती ने भी प्रयागराज में छात्रों के प्रदर्शन के मसले को जोरदार तरीके से उठाया है। बसपा प्रमुख ने कहा कि पीसीएस और आरओ-एआरओ की भी प्रारंभिक परीक्षा-2024 एक समय में कराने में विफलता को लेकर आक्रोशित छात्रों पर पुलिस कार्रवाई से उत्पन्न स्थिति की खबर का व्यापक चर्चा में रहना स्वाभाविक है। पूर्व सीएम ने सवाल किया कि क्या यूपी के पास एक समय में परीक्षा कराने की बुनियादी सुविधाओं का इतना अभाव है कि पीसीएस आदि जैसी विशिष्ट परीक्षा दो दिन में करानी पड़ रही है?
मायावती ने कहा कि पेपर लीक पर रोक और परीक्षाओं की विश्वसनीयता अहम मुद्दा है। इसके लिए एक बार में ही परीक्षा व्यवस्था जरूरी है। सरकार इस ओर ध्यान दे। साथ ही, गरीबी, बेरोजगारी और महंगाई आदि की जबरदस्त मार झेल रहे छात्रों के प्रति सरकार का रवैया क्रूर नहीं बल्कि सहयोग एवं सहानुभूति का होना चाहिए।
बसपा प्रमुख ने राज्य में सरकारी नौकरी को लेकर भी बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार खाली पड़े सभी बैकलाग पर जितनी जल्दी भर्ती की प्रक्रिया पूरी करे। यह कार्य जितनी जल्दी हो उतना बेहतर होगा। उन्होंने कहा कि लोगों को रोजी-रोजगार की सख्त जरूरत है।
भाजपा अध्यक्ष का भी आया बयान
छात्रों के विरोध-प्रदर्शन के बीच भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी का बयान सामने आया है। उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि छात्रा राजनीतिक एजेंडा का शिकार न बनें। उन्होंने कहा कि बीजेपी एक संवेदनशील पार्टी है। उन्होंने छात्रों को धैर्य बनाए रखने को कहा है। वहीं, छात्रों के प्रदर्शन को एबीवीपी ने भी समर्थन दिया है। वहीं, जौनपुर के पूर्व सांसद धनंजय सिंह ने भी छात्रों के प्रदर्शन का समर्थन किया है।
धनंजय सिंह ने कहा कि प्रयागराज में प्रतियोगी छात्रों की ओर से हो रहे आंदोलन पर प्रदेश सरकार द्वारा एक कमेटी बनाकर उनकी बातों को गंभीरता से सुना जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि उनकी मांगों पर विचार करते हुए आयोग की विश्वसनीयता और परीक्षा प्रणाली को पारदर्शी बनाए रखने के लिए बेहतर सुझावों का स्वागत करना चाहिए।