मुंबई
महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के एग्जिट पोल में महायुति के सत्ता में बने रहने की भविष्यवाणी की गई है। एग्जिट पोल करने वाली तमाम एजेंसियों ने महायुति को स्पष्ट बहुमत मिलने का अनुमान व्यक्त किया है। इसमें महायुति को 150 से अधिक सीटें मिलने का निष्कर्ष है। 288 सीटों वाले महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए बहुमत तौर पर 145 विधायकों का समर्थन जरूरी है, लेकिन लोकसभा चुनावों में अपने अनुमान से चौंकाने वाले लोकाशाही-रुद्रा रिसर्च एंड एनालिसिस ने अपने एग्जिट पोल में महायुति और महाविकास आघाड़ी को बराबर सीटें मिलने का अनुमान व्यक्त किया है। एग्जिट पोल के अनुसार महायुति को 128 से 142 सीटें मिल सकती हैं। इसी प्रकार महाविकास आघाड़ी को 125 से 140 सीटें मिल सकती हैं। एग्जिट पोल में अन्य को 18 से 23 सीटें दी गई हैं।
लोकशाही मराठी-रुद्रा रिसर्च एंड एनालिसिस का एग्जिट पोल:
महायुति | 128-142 |
महाविकास आघाड़ी | 125-140 |
अन्य | 18-23 |
लोकशाही मराठी-रुद्रा रिसर्च एंड एनालिसिस का एग्जिट पोल:
महायुति 128-142
महाविकास आघाड़ी 125-140
अन्य 18-23
महायुति में किसको कितनी सीटें मिलेगी (लोकशाही मराठी-रुद्रा रिसर्च एंड एनालिसिस का एग्जिट पोल)
महायुति:
बीजेपी: 80-85
शिवसेना:30-35
NCP: 18-22
महाविकास आघाड़ी
कांग्रेस: 48-55
शिवसेना यूबीटी: 39-43
राष्ट्रवादी शरद पवार: 38-42
मनसे:00
वीबीए: 00
(लोकशाही मराठी-रुद्रा रिसर्च एंड एनालिसिस ने अपने एग्जिट पोल में राज ठाकरे की मनसे और प्रकाश आंबेडकर की वंचित बहुजन आघाड़ी को एक भी सीट हीं दी है। ऐसे में चर्चा शुरु हो गई है कि क्या माहिम से अमित ठाकरे हार जाएंगे?)
सही बैठा था एग्जिट पोल का अनुमान
लोकसभा चुनावों रुद्रा रिचर्स एंड एनालिसिस ने दूसरे एग्जिट पोल से उलट एमवीए को आगे दिखाया था। एग्जिट पाेल में राज्य की 48 लोकसभा सीटों में 9 सीटें बीजेपी को मिलने का अनुमान लगाया था। बीजेपी को इतनी ही सीटें मिल पाई थीं। शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना को 3 सीटों का अनुमान था, लेकिन शिंदे की पार्टी को सात सीटें मिली थीं। अजित पवार की एनसीपी के लिए 1 सीट का अनुमान था। एनसीपी को एक ही सीट मिली थी। इसी प्रकार से एमवीए में शिवसेना उद्धव ठाकरे को 14 सीटों का अनुमान था। नतीजों में उद्धव ठाकरे को 9 सीटें मिली थीं। कांग्रेस के 12 सीटें की भविष्यवाणी थी। पार्टी को 13 सीटें मिली थीं। शरद पवार के आठ सीटें जीतने का अनुमान था। शरद पवार की पार्टी आठ ही सीटें जीती थी। एक सीट अन्य के खाते में दर्शायी थी। लोकसभा चुनाव परिणामों में एक ही सीट अन्य को मिली थी। इस पर सांगली से कांग्रेस बागी विशाल पाटिल जीते थे।