पर्थ
टीम इंडिया के कार्यवाहक कप्तान जसप्रीत बुमराह ने बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी की शुरुआत से पहले हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक मजाकिया टिप्पणी से पूरा माहौल हल्का कर दिया। दरअसल, प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकार ने सवाल किया कि, ‘एक मध्यम गति के ऑलराउंडर के रूप में भारत की कप्तानी करना कैसा लगता है? खुद को मीडियम पेसर कहे जाने पर बुमराह ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया, ‘मेरे दोस्त, मैंने 150 की गति से गेंदबाजी की है, आप मुझे तेज गेंदबाज कह सकते हैं।’ जिसके बाद कमरे में ठहाके गूंजने लगे।
पहली बार पांच टेस्ट मैच की BGT
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी श्रृंखला 22-26 नवंबर तक पर्थ में पहले टेस्ट के साथ शुरू होगी, इसके बाद पूरे ऑस्ट्रेलिया में चार और मैच होंगे। नियमित कप्तान रोहित शर्मा की अनुपस्थिति में बुमराह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट में भारत का नेतृत्व करेंगे। उन्होंने अपनी टीम की तैयारियों पर भरोसा जताते हुए कहा कि वे जल्दी पहुंचने के बाद अच्छी तरह से तैयार थे और उनके पास वाका मैदान की परिस्थितियों के अनुकूल ढलने का समय था।!
‘कप्तानी चैलेंज है, और मुझे चैलेंज पसंद’
जसप्रीत बुमराह ने पहले टेस्ट से पूर्व प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘मैं कप्तानी को एक पद के तौर पर नहीं देखता। मुझे हमेशा से जिम्मेदारियां उठाना पसंद रहा है। मैं बचपन से कठिन काम करने का शौकीन रहा हूं। कठिन हालात में काम करना मुझे पसंद है और यह एक नई चुनौती है। तैयारियों के मामले में हम बहुत अच्छी स्थिति में हैं। हमें अपनी टीम पर भरोसा है और जब भी हम खेलते हैं, चाहे जो भी स्थिति हो, हम हमेशा अपना समर्थन करते हैं।’
‘रोहित हमारा कप्तान है’
जसप्रीत बुमराह को पता है कि यह जिम्मेदारी एक टेस्ट के लिए ही है, लेकिन इससे इनकार नहीं है कि वह भविष्य में कप्तानी करना चाहेंगे। बुमराह ने कहा, ‘स्वाभाविक है कि रोहित को मैं नहीं बोलूंगा कि मैं कर लेता हूं। वह हमारा कप्तान है और बेहतरीन काम कर रहा है। अभी यह एक मैच के लिए है, लेकिन भविष्य के बारे में कौन जानता है। अगले मैच में हालात बदल सकते हैं और क्रिकेट में ऐसा ही होता है। मैं फिलहाल वर्तमान में जी रहा हूं। मुझे एक जिम्मेदारी मिली है जो मैं पहले भी एक बार उठा चुका हूं और मुझे बहुत मजा आया। मैं यही सोच रहा हूं कि अपनी ओर से सर्वश्रेष्ठ योगदान कैसे दे सकता हूं । भविष्य पर मेरा वश नहीं है।’