गेमिंग एप से बात, पाकिस्तान से हथियार… मलेशिया में बैठकर लॉरेंस विश्नोई गैंग की मदद करने वाला ‘SK’ कौन?

इंदौर

पुलिस ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग के एक खास शूटर भूपेंद्र ज्ञान सिंह रावत को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी रविवार को हुई। भूपेंद्र पर हथियारों की तस्करी और कई अन्य अपराधों में शामिल होने का आरोप है। वह राजस्थान के एक शराब कारोबारी का ट्रक हाईजैक करने इंदौर आया था। ATS और STF इस मामले की जांच कर रही हैं। मामले में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। गिरोह हथियारों के लिए गेमिंग ऐप के जरिए बातचीत करता था।

बिहार पुलिस ने रखा है 50000 का इनाम
भूपेंद्र ज्ञान सिंह रावत, लॉरेंस बिश्नोई गिरोह का एक प्रमुख सदस्य, इंदौर में पकड़ा गया। उसके दो साथी, आदेश चौधरी और दीपक सोहन सिंह, भी गिरफ्तार हुए हैं। भूपेंद्र पर राजस्थान के एक शराब व्यापारी सत्यनारायण मेवाड़ा का ट्रक हाईजैक करने का आरोप है। पुलिस ने इनके पास से तीन पिस्टल, कारतूस और एक कार बरामद की है। भूपेंद्र पर बिहार में 50,000 रुपये का इनाम भी है।

पूछताछ में हुए अहम खुलासे
ATS और STF ने भूपेंद्र से पूछताछ की और कई अहम खुलासे हुए। भूपेंद्र ने बताया कि गिरोह पाकिस्तान से हथियार मंगवाता है। ये हथियार ड्रोन के जरिए राजस्थान के श्रीगंगानगर बॉर्डर से भारत लाए जाते हैं। फिर इन्हें देशभर में सप्लाई किया जाता है। हथियार मंगवाने के लिए गिरोह मलेशिया में रह रहे एक भारतीय नागरिक ‘एसके’ से संपर्क करता है। ‘एसके’ फिर पाकिस्तान से संपर्क करता है और हथियारों की डिलीवरी का इंतजाम करता है।

पाकिस्तान से आते हैं आधुनिक हथियार
पाकिस्तान से मंगवाए जाने वाले ये हथियार ग्लाक पिस्टल हैं, जो बेहद आधुनिक होते हैं और आमतौर पर सिर्फ सेना और पुलिस के पास होते हैं। गिरोह इन हथियारों का इस्तेमाल लोगों को डराने धमकाने के लिए करता है। भूपेंद्र गिरोह के टॉप 10 सदस्यों में शामिल है और उसे गिरोह की हर गतिविधि की जानकारी होती है।

फरार आरोपी है भूपेंद्र
भूपेंद्र बिहार के गोपालगंज थाने से फरार चल रहा था और उस पर 50,000 रुपये का इनाम था। बिहार पुलिस भी उससे पूछताछ के लिए इंदौर आएगी। पुलिस को शक है कि भूपेंद्र मध्य प्रदेश में अपना नेटवर्क फैलाने की कोशिश कर रहा था। वह मादक पदार्थों की तस्करी में भी शामिल है। भूपेंद्र की मुलाकात लॉरेंस बिश्नोई से पंजाब की फरीदकोट जेल में हुई थी।

आरोपियों के मोबाइल जांच रही पुलिस
पुलिस आरोपियों के मोबाइल फोन की जांच कर रही है। उनके बैंक खातों की भी जांच की जा रही है ताकि पता चल सके कि उन्हें कहां से पैसा मिलता था और कहां भेजा जाता था। पुलिस ने आरोपियों को चार दिसंबर तक रिमांड पर लिया है। इस मामले में और भी खुलासे होने की उम्मीद है। भूपेंद्र की गिरफ्तारी से पुलिस को लॉरेंस बिश्नोई गैंग के बारे में और भी जानकारी मिलने की उमीद है।

About bheldn

Check Also

MP: 30 पैसेंजर्स को ले जा रही बस बनी आग का गोला; बड़वानी में जयपुर हादसे को याद कर सहम गई लोगों की रूह

बड़वानी मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले के नागलवाड़ी थाना क्षेत्र में आगरा मुंबई राष्ट्रीय राजमार्ग …