पुतिन ने तुर्की से लेकर यूक्रेन तक को डराया, रूसी सेना ने भूमध्‍य सागर में दागा ब्रह्मास्‍त्र, मानेंगे एर्दोगान और जेलेंस्‍की?

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यूक्रेन से लेकर सीरिया तक में फंसे रूसी राष्‍ट्रपति व्‍लादिमीर पुतिन ने भूमध्‍य सागर में आखिरकार जोरदार शक्ति प्रदर्शन किया है। रूसी सेना ने भूमध्‍य सागर में जोरदार युद्धाभ्‍यास शुरू किया है। पुतिन की सेना ने अपनी सबसे शक्तिशाली हाइपरसोनिक मिसाइल जिरकॉन का इस्‍तेमाल करके अपने इरादे साफ कर दिए। रूसी मिसाइल को किसी भी एयर‍ डिफेंस सिस्‍टम से रोका नहीं जा सकता है। रूसी सेना ने यह अभ्‍यास ऐसे समय पर शुरू किया है जब यूक्रेन के बाद अब सीरिया में पुतिन की सेना बुरी तरह से फंस गई है। तुर्की के इशारे पर सुन्‍नी विद्रोहियों ने सीरिया में बड़ा हमला बोल दिया है और अलेप्‍पो शहर पर कब्‍जा कर लिया है। इससे रूस समर्थक राष्‍ट्रपति बशर अल असद की सरकार पर खतरा मंडराने लगा है।

सीरिया में रूस की काफी सेना और युद्धपोत भी तैनात हैं। असद अब तक रूस और ईरानी सेना की मदद से सीरिया में सत्‍ता में बने हुए हैं लेकिन विद्रोहियों के हमले से उनकी सरकार पर खतरा मंडराने लगा है। वहीं यूक्रेन में भी रूसी सेना को काफी झटका लगा है और अपने कुर्स्‍क इलाके पर अभी तक वह दोबारा कब्‍जा नहीं कर पाई है। यूक्रेनी सेना ने हाल के दिनों में उसके एस 400 मिसाइल डिफेंस सिस्‍टम को भी तबाह किया है। रूसी सेना की ओर से जारी वीडियो में नजर आ रहा है कि एक युद्धपोत से जिरकॉन सुपरसोनिक मिसाइल दागी जा रही है।

रूसी सेना ने सीरिया के व‍िद्रोह‍ियों को दी चेतावनी
भूमध्‍यसागर यूरोप के लोगों का पसंदीदा ठिकाना रहा है। बताया जा रहा है कि इन मिसाइलों को एडमिरल गोर्शकोव और एडमिरल गोलोवको से दागा गया। ये दोनों ही युद्धपोत रूसी नौसेना के स्‍ट्राइक ग्रुप का हिस्‍सा हैं जो इस इलाके में तैनात है। इस दौरान रूसी सबमरीन ने कैलिबर क्रूज मिसाइल भी दागा। इस सैन्‍य अभ्‍यास में 1000 सैनिक, 10 युद्धपोत और किंझल हाइपरसोनिक मिसाइल से लैस 24 फाइटर जेट हिस्‍सा ले रहे हैं। यह पूरा नौसैनिक अभ्‍यास रूसी नौसेना के कमांडर इन चीफ एडमिरल अलेक्‍जेंडर मोइसेयेव की निगरानी में किया गया।

सीरिया में तुर्की समर्थित एचटीएस विद्रोहियों के हमले के बाद कमांडर अलेक्‍जेंडर को इस इलाके में भेजा गया है। असल में रूसी नौसेना के कब्‍जे में सीरिया का टार्टस नेवल बेस है। इस युद्धाभ्‍यास से पुतिन ने साफ कर दिया है कि वे किसी भी तरीके से इसकी रक्षा करेंगे। विश्‍लेषकों का कहना है कि रूस ने अपनी सेना को बड़े पैमाने पर सीरिया से निकालकर यूक्रेन में लड़ने के लिए भेज दिया जिससे विद्रोहियों को मौका मिल गया। रूसी सेना ने मिसाइल के अलावा तोपखाने से फायरिंग और बम बरसाने का भी अभ्‍यास किया।

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