ढाका ,
भारत और बांग्लादेश के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है. आज ढाका में BNP कार्यकर्ताओं ने इंडियन हाई कमीशन के सामने विरोध प्रदर्शन किया. दरअसल, त्रिपुरा में बांग्लादेश सहायक उच्चायोग पर हुए हमलों के विरोध में बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) के तीन संगठन के हजारों समर्थकों ने ढाका में भारतीय उच्चायोग की ओर मार्च किया. इसमें BNP के तीन संगठन- छात्र शाखा जातीयतावादी छात्र दल (जेसीडी), युवा शाखा जातीयतावादी जुबो दल (जेजेडी) और स्वयंसेवी शाखा जातीयतावादी शेखसेबक दल (जेएसडी) शामिल हुए.
जानकारी के मुताबिक तीनों संगठनों के कार्यकर्ता राजधानी ढाका के नयापल्टन इलाके में बीएनपी के मुख्यालय के सामने एकत्र हुए, प्रदर्शनकारियों ने हाथों में तख्तियां ले रखी थीं.ये विरोध प्रदर्शन भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री के ढाका दौरे से एक दिन पहले हुआ, जो हाल के महीनों में दोनों पड़ोसियों के बीच बढ़ते तनाव के बीच ढाका का दौरा करने वाले हैं.
ढाका में 6 किलोमीटर तक मार्च करने के बाद रामपुरा इलाके में पुलिस ने बैरिकेड्स के जरिए मार्च को रोक दिया. वहां से एक प्रतिनिधिमंडल ढाका में भारतीय उच्चायोग गया और एक ज्ञापन सौंपा.इससे पहले 2 दिसंबर को भारत ने अगरतला में बांग्लादेश सहायक उच्चायोग परिसर में घुसपैठ की घटना के बाद नई दिल्ली में बांग्लादेश उच्चायोग और देश में अपने अन्य राजनयिक परिसरों के लिए सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने का फैसला किया था.
इस बीच अल्पसंख्यकों पर हमलों की खबरों के साथ बांग्लादेश में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है. अल्पसंख्यकों के घरों में आगजनी और लूटपाट और मंदिरों में तोड़फोड़ मामले भी सामने आए हैं. शुक्रवार की रात ढाका के बाहरी इलाके में एक और हिंदू मंदिर में आग लगा दी गई. ढाका के उत्तर में धोर गांव में महाभाग्य लक्ष्मीनारायण मंदिर पर हमला किया गया. मंदिर के पर्यवेक्षक बाबुल घोष ने कहा कि उनके पुश्तैनी मंदिर को जलाने के लिए अज्ञातों के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है.