जम्मू ,
पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने कहा था कि ‘हिंदुत्व’ एक बीमारी है, जो हिंदू धर्म को बदनाम कर रही है, जो अल्पसंख्यकों खासकर मुसलमानों की ‘लिंचिंग और उत्पीड़न’ को बढ़ावा दे रही है, जिसका इस्तेमाल भाजपा अपने वोट बैंक को मजबूत करने के लिए कर रही है. इल्तिजा के इस विवादास्पद बयान पर बीजेपी ने पलटवार किया है.
भारतीय जनता पार्टी ने इस टिप्पणी पर आपत्ति जताई और ‘अपमानजनक शब्दों’ के लिए माफी की मांग की. बीजेपी नेता अग्निमित्रा पॉल ने कहा कि महबूबा मुफ्ती और उनकी बेटी इल्तिजा मुफ्ती हमेशा भारत के खिलाफ बोलती हैं, कुछ दिन पहले, महबूबा मुफ्ती गाजा, बांग्लादेश की तुलना भारत से कर रही थीं. अब उनकी बेटी इल्तिजा इस्लाम की तुलना हिंदू धर्म से कर रही हैं. वह दो धर्मों की तुलना कैसे कर सकती हैं? वे जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव हार गए हैं और कश्मीर के मुसलमानों ने उन्हें खारिज कर दिया है क्योंकि वे नफरत फैला रहे हैं.
अपने बयान पर कायम पीडीपी नेता
इल्तिजा ने X पर मध्य प्रदेश के रतलाम की एक घटना का वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा था कि “नाबालिग मुस्लिम बच्चों को सिर्फ इसलिए चप्पलों से मारा जा रहा है क्योंकि उन्होंने राम का नाम लेने से इनकार किया. हिंदुत्व एक बीमारी है जिसने लाखों भारतीयों को प्रभावित किया है और भगवान के नाम को कलंकित किया है.” बाद में जम्मू में एक समारोह के दौरान पत्रकारों से बात करते हुए इल्तिजा ने अपनी टिप्पणी का बचाव किया और भाजपा पर देश में ऐसी स्थिति पैदा करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि हिंदुत्व और हिंदू धर्म में बहुत अंतर है, हिंदुत्व नफरत की भावना फैलाता है.
इल्जिता ने कहा- ‘हिंदुत्व एक बीमारी’
पीटीआई के मुताबिक इल्तिजा ने कहा कि इस्लाम की तरह हिंदू धर्म भी एक ऐसा धर्म है जो धर्मनिरपेक्षता, प्रेम और करुणा को बढ़ावा देता है, लेकिन इसे जानबूझकर विकृत न करें. मैंने जो कुछ भी कहा, वह खुले तौर पर कहा. मैंने हिंदुत्व की आलोचना की है और मैं अपने बयान पर कायम हूं. इल्तिजा ने कहा कि हिंदुत्व एक बीमारी है और हमें इस स्थिति का इलाज करना होगा. उन्होंने कहा कि जय श्री राम का नारा अब ‘राम राज्य’ तक सीमित नहीं रहा है. उन्होंने कहा कि इसका इस्तेमाल भीड़ द्वारा हत्या के दौरान किया जाता है. बाद में एक अन्य पोस्ट में इल्तिजा ने कहा कि मेरे ट्वीट पर बहुत गुस्सा जाहिर किया जा रहा है.
बीजेपी ने कहा- माफी मांगें इल्तिजा
वहीं, जम्मू-कश्मीर भाजपा के पूर्व अध्यक्ष रविंदर रैना ने कहा कि राजनीति में मतभेद हो सकते हैं, लेकिन किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना स्वीकार्य नहीं है. उन्होंने कहा कि इल्तिजा ने एक एडिटेड वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए पोस्ट में अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया है, जो मुसलमानों और हिंदुओं के बीच दरार पैदा करने की साजिश का हिस्सा है, उन्हें ऐसे शब्दों का इस्तेमाल करने के लिए माफी मांगनी चाहिए जो बर्दाश्त करने लायक नहीं हैं.