भोपाल:
मध्य प्रदेश में बीजेपी और कांग्रेस के बीच केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के एक लेटर को लेकर जुबानी जंग छिड़ गई है। बताया जा रहा है कि यह लेटर सिंधिया ने जनवरी में श्योपुर के जिला कलेक्टर को एक किसान की मदद के लिए लिखा था। विजयपुर विधानसभा सीट पर सोमवार को एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने सिंधिया के इस लेटर का खुलासा किया। जिसके बाद यह विवाद शुरू हो गया है। हाल ही में हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने यह सीट जीती थी।
दरअसल, विजयपुर विधानसभा क्षेत्र में जीतू पटवारी एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उसी दौरान एक बुजुर्ग को मंच पर बुलाया और उससे एक लेटर लेकर वहां मौजूद दर्शकों को दिखाया। पटवारी ने दावा किया कि इस बुजुर्ग ने अपनी ज़मीन वापस पाने के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया से मदद मांगी थी। इस बुजुर्ग की जमीन पर कुछ भू- माफियाओं ने अवैध कब्ज़ा कर लिया था। पटवारी ने कहा, ‘सिंधिया ने इस मामले की जांच के लिए 8 जनवरी को श्योपुर के जिला कलेक्टर को यह पत्र लिखा था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई और बुजुर्ग को अब तक अपनी ज़मीन वापस नहीं मिली है।’
सिंधिया ने लिखा था कलेक्टर को लेटर
पटवारी ने कहा, ‘इस पत्र को लिखे हुए लगभग एक साल हो गया है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। सिंधिया ने इस बेबस बुजुर्ग की समस्या को समझा और कार्रवाई के लिए जिला कलेक्टर को पत्र लिखा, लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ। इसका मतलब है कि बीजेपी सरकार में सिंधिया के पत्र की कोई कीमत नहीं है।’ पटवारी ने सिंधिया पर जो तंज कसा, उस पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वी.डी. शर्मा ने पलटवार किया है। सोमवार देर रात जारी एक प्रेस नोट में शर्मा ने पटवारी पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता अपने झूठे दावों से लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं।
वीडी शर्मा ने जीतू पटवारी को दिया जवाब
वी.डी. शर्मा ने कहा, ‘ज्योतिरादित्य सिंधिया एक वरिष्ठ और सम्मानित बीजेपी नेता हैं और उनके परिवार का आरएसएस से गहरा नाता है। सिंधिया परिवार ने हमेशा ‘जन सेवा’ का रास्ता अपनाया है। चुनावों में लगातार हार से बौखलाई कांग्रेस के नेता सिंधिया के खिलाफ झूठे बयान दे रहे हैं।’ उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस मध्य प्रदेश और पूरे देश में अपनी जमीन खो चुकी है, इसलिए उसके नेता बीजेपी पर झूठे आरोप लगा रहे हैं। शर्मा ने कहा कि बीजेपी ने विजयपुर उपचुनाव हर कार्यकर्ता के समर्थन से लड़ा है।
एमपी की राजनीति में एक नया चैप्टर
गौरतलब है कि विजयपुर में अपनी करारी हार के बाद पूर्व मंत्री और बीजेपी उम्मीदवार रामनिवास रावत ने दावा किया था कि पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं ने चुनाव में उन्हें हराने की साजिश रची थी। इस पूरे घटनाक्रम ने मध्य प्रदेश की राजनीति में एक नया मोड़ ला दिया है। एक तरफ कांग्रेस सिंधिया के पत्र का इस्तेमाल करके बीजेपी पर हमलावर है, तो दूसरी तरफ बीजेपी कांग्रेस पर झूठे आरोप लगाने का आरोप लगा रही है।
यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में यह विवाद किस रूप लेता है। क्या सिंधिया इस मामले पर अपनी चुप्पी तोड़ेंगे या बीजेपी इस मुद्दे को दबाने में कामयाब हो पाएगी? यह तो वक्त ही बताएगा, लेकिन इतना तय है कि यह विवाद मध्य प्रदेश की राजनीति में एक नया अध्याय जोड़ गया है।