त्रिची।
त्रिची की 72 वर्षीय सेवानिवृत्त भेल कर्मचारी ने पार्सल घोटालेबाजों के हाथों 1.61 करोड़ रुपये गंवा दिए, जिन्होंने दावा किया कि उनके आधार नंबर का इस्तेमाल मनी लॉन्ड्रिंग में किया गया है। पुलिस ने बताया कि श्रीरंगम के नेल्सन रोड पर रहने वाली महिला को 16 नवंबर को एक अज्ञात नंबर से फोन आया। कॉल करने वाले ने खुद को डीएचएल कूरियर प्रतिनिधि बताया और दावा किया कि उनके आधार नंबर का इस्तेमाल करके चीन भेजे जाने वाले पार्सल पर मनी लॉन्ड्रिंग की जांच चल रही है। उसने दावा किया कि वह जांच में फंसी हुई है और उसे भारी जुर्माना भरना होगा, जिसे कूरियर सेवा सुप्रीम कोर्ट में ट्रांसफर करेगी। घोटालेबाज ने भुगतान की रसीद देने का वादा किया। उसने उसे धमकी दी कि अगर जुर्माना नहीं भरा गया तो उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
उसकी बातों पर विश्वास करके महिला ने 16 नवंबर से 28 नवंबर के बीच घोटालेबाज द्वारा दिए गए बैंक अकाउंट नंबर में ऑनलाइन ट्रांसफर के जरिए 1.61 करोड़ रुपये ट्रांसफर कर दिए। जब धोखेबाज से संपर्क करने की उसकी कोशिशें नाकाम हो गईं, तो उसे धोखाधड़ी का एहसास हुआ। इसके बाद, उसने राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल (एनसीआरपी) पर शिकायत दर्ज कराई। शिकायत को त्रिची साइबर अपराध पुलिस को भेज दिया गया। पुलिस ने बीएनएस के तहत धोखाधड़ी और बेईमानी से संपत्ति की डिलीवरी के लिए प्रेरित करने के साथ-साथ सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) अधिनियम के तहत पहचान की चोरी और धोखाधड़ी के लिए मामला दर्ज किया और जांच शुरू की।