शिवपुरी
जिले के इंडस्ट्रियल एरिया में जिला प्रशासन की टीम ने छापामार कार्रवाई की है। यहां एक गोदाम से लगभग 750 क्विंटल पीडीएस का चावल टीम ने जब्त किया है। जिला प्रशासन को पीडीएस के चावल की कालाबाजारी की सूचना मिली थी। इसके बाद प्रशासन ने शिवपुरी एसडीएम के नेतृत्व में छापामार कार्रवाई की।
टीम जब यहां छापामार कार्रवाई की तो गोदाम में 1051 क्विंटल गेहूं और 600 क्विंटल सोयाबीन भी मिला है। शिवपुरी एसडीएम उमेश कौरव का कहना है कि इस मामले में संबंधित व्यापारी से कागजात मांगे गए, लेकिन वह कोई कागज नहीं दे सका। जिस कारण से जो गेहूं, चावल और सोयाबीन गोदाम में मिला है उस पर पांच गुना मंडी टैक्स लगाने की प्रक्रिया की जा रही है। जबकि 750 क्विंटल जो पीडीएस चावल मिला है उसके नमूने लिए गए हैं। उनकी जांच कराई जा रही है।
दरअसल, शहर के इंडस्ट्रियल एरिया के एमएस इंडस्ट्रीज नाम की फर्म के गोदाम पर डिप्टी कलेक्टर अनुपम शर्मा, एसडीएम उमेश कौरव और फ़ूड विभाग, मंडी और नान की टीम के साथ पहुंची थी। यहां ट्रक में और गोदाम में करीब 750 क्विंटल पीडीएस का चावल भरा हुआ मिला था। जिसे गोदाम मालिक और व्यापारी अंकित गोयल ने सरकारी बोरी से निकालकर अन्य बोरियों में भरकर रखा हुआ था। वहीं टीम को पीडीएस का 1051 क्विंटल गेहूं और 600 क्विंटल सोयाबीन भी मिला था।
सैंपल जांच के लिए लैब भेजे
एसडीएम उमेश कौरव ने बताया कि व्यापारी ने चावल और गेहूं को दूसरी बोरियों में भरकर रखा हुआ था। इसके लिए गेहूं और चावल के सैंपल जांच के लिए लैब भेजे गए हैं। साथ ही सोयाबीन मंडी टैक्स चोरी कर गोदाम में रखा गया था। इस पर पांच गुना पेनाल्टी लगाते हुए 3 लाख का जुर्माना लगाया गया है। जांच पूरी होने तक गोदाम को सील करने की कार्रवाई की गई है। शहर के इंडस्ट्रीयल एरिया के गोदाम में प्रशासन की इस छापामार कार्रवाई से हड़कंप का माहौल देखा गया।
चावल की हो रही है कालाबाजारी
सूत्रों ने बताया है कि इस समय सरकारी राशन की दुकानों से जो चावल बंट रहा है वहां से यह चावल राशन माफियाओं द्वारा कालाबाजारी कर दूसरे प्रदेशों में भेजा जा रहा है। इससे पॉप्स सहित अन्य सामग्री फैक्ट्रियों में बनती है। बताया जा रहा है कि राशन माफिया यह चावल हितग्राहियों को बांटने की बजाए इसकी कालाबाजारी कर रहे हैं।