मुंबई
महाराष्ट्र विधानमंडल का शीतकालीन सत्र 16 दिसंबर से नागपुर में होगा। इसके लिए शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे नागपुर जाएंगे। ठाकरे मुंबई में तीन दिवसीय विशेष सत्र से अनुपस्थित थे, लेकिन वह शीतकालीन सत्र में भाग लेंगे। राजनीतिक हलके की नजर इस बात पर है कि इस बार विधानसभा में उद्धव ठाकरे कौन से मुद्दे उठाएंगे।
नागपुर कब जाएंगे ठाकरे?
विधानमंडल का शीतकालीन सत्र सोमवार 16 दिसंबर से शनिवार 21 दिसंबर तक नागपुर में होगा। इसके लिए उद्धव ठाकरे रविवार 15 दिसंबर को विशेष विमान से नागपुर पहुंचेंगे। पहले दिन से ही ठाकरे एक्शन मोड में नजर आएंगे। खबर है कि वह 16 और 17 तारीख को इस कार्य में हिस्सा लेंगे।
विपक्षी नेता का क्या है फैसला?
दिलचस्प बात यह है कि ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि संख्याबल की कमी के कारण विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष का पद खाली रहेगा लेकिन अगर राष्ट्रपति ने इसे मंजूरी दे दी तो विपक्ष के नेता के चयन के लिए महाविकास अघाड़ी की बैठक में उद्धव ठाकरे हिस्सा लेते नजर आएंगे।
शीतकालीन सत्र कब से कब तक?
स्पीकर राहुल नार्वेकर ने विपक्ष के नेता को लेकर सस्पेंस बरकरार रखते हुए कहा कि मैं महाराष्ट्र विधानसभा के नियमों के प्रावधानों के साथ-साथ महाराष्ट्र विधानसभा की रीति-रिवाजों और परंपराओं के अनुसार उचित निर्णय लूंगा। राहुल नार्वेकर ने बताया कि सोमवार को विधान भवन में कार्यमंत्रणा समिति की बैठक के बाद नागपुर का शीतकालीन सत्र 16 से 21 दिसंबर तक आयोजित करने के संबंध में निर्णय लिया गया।
ईवीएम का विसर्जन
इस बीच विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद जब विपक्ष ने ईवीएम के खिलाफ आग उगली तो मंगलवार को उद्धव बालासाहेब ठाकरे की पार्टी शिवसेना ने अरब सागर में ईवीएम की प्रतिकृति विसर्जित कर विरोध जताया। पार्टी के राज्य आयोजक अखिल चित्रे ने इस अलग विरोध प्रदर्शन की शुरुआत की और ‘ईवीएम हटाने’ की मांग की। विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद शिवसेना ने ईवीएम के खिलाफ बिगुल फूंका। चित्रे ने यह विरोध तब किया जब शिवसेना यूबीटी पार्टी ईवीएम के खिलाफ आक्रामक रुख अपना रही थी।