भेल भोपाल।
भेल का ट्रैक्शन मोटर्स विभाग चल रही अनियमितताओं और कार्य में हो रही लापरवाहियों से निरंतर सुर्ख़ियों में है। यहाँ के एक अभियंता का हाल ही में विभाग से तबादला कर दिया गया था मगर इन्होनें ऊपर सिफारिशें लगवाकर अपना तबादला रुकवा दिया तब से ये अपने आपको सुपीरियर समझने लगे।
ना तो इनसे शॉप में कोई कर्मचारी बात करता है और ना ही कोई सुपरवाइजर क्यूंकि ये हमेशा अपने ईगो में ही रहते हैं। हद तो तब हो गयी जब एक मोटर में कर्मचारियों के मना करने पर भी अपने आपको सुपीरियर बताने के चक्कर में गलत तरीके स काम भी करवा दिया, अब न तो इन्हें इनके अधिकारी बोल पाते हैं और न ही भेल प्रबंधन क्यूंकि साहब सिफारिश लगवाकर वापस जो आ गये हैं। अब भेल के भविष्य का क्या होगा ये तो भविष्य के ही गर्त में छुपा है। ऐसे अधिकारियों का ईगो कहीं भेल का सूर्य अस्त ना कर दे।