नई दिल्ली
सीरिया में जारी तनाव के बीच, भारत ने अपने सभी नागरिकों को सुरक्षित निकाल लिया है जिन्होंने वहां से वापस लौटने की इच्छा जताई थी। विद्रोही बलों की ओर से राष्ट्रपति बशर अल-असद की सरकार को उखाड़ फेंकने के बाद यह स्थिति पैदा हुई। विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को बताया कि कुल 77 भारतीय नागरिकों को सीरिया से निकाला गया है, इनमें 44 जायरीन भी शामिल हैं जो सैदा जैनब शहर में फंसे हुए थे।
सीरिया से भारतीयों की सकुशल वापसी
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बताया कि सीरिया में हाल के घटनाक्रमों के बाद, सभी भारतीय नागरिक जो स्वदेश लौटना चाहते थे, उन्हें निकाल लिया गया है। अब तक 77 भारतीयों को वहां से सुरक्षित बाहर निकाला जा चुका है। इनमें जम्मू-कश्मीर के 44 जायरीन भी शामिल हैं, जो सैदा जैनब में फंसे हुए थे। सभी भारतीय नागरिक सुरक्षित लेबनान पहुंचे और वहां से कमर्शियल फ्लाइट से भारत लौटे।
कैसे लेबनान के रास्ते भारत आए नागरिक, MEA ने बताया
MEA के अनुसार, दमिश्क स्थित भारतीय दूतावास के कर्मचारी इन नागरिकों के साथ बॉर्डर तक गए। लेबनान में भारतीय मिशन ने उनकी अगवानी की और आगे की जरूरी प्रक्रिया में मदद किया। रणधीर जायसवाल ने एक सवाल का जवाब देते हुए यह जानकारी दी। उन्होंने यह भी बताया कि दूतावास ने बेरूत में उनके रहने-खाने और भारत वापसी की यात्रा की व्यवस्था की। हमारे अधिकांश नागरिक पहले ही भारत लौट चुके हैं और बाकी आज या कल पहुंचेंगे। उन्होंने आगे कहा कि सीरिया की तीर्थयात्रा पर गए 44 जायरीन बेरूत से अन्य धार्मिक स्थलों की यात्रा के लिए रवाना हो गए।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने दी इस अभियान की पूरी जानकारी
रणधीर जायसवाल ने यह भी स्पष्ट किया कि सीरिया में भारतीय दूतावास काम करना जारी रखे हुए है। इस हफ्ते की शुरुआत में, भारत ने सीरिया में स्थिरता लाने के लिए एक शांतिपूर्ण और समावेशी सीरियाई नेतृत्व वाली राजनीतिक प्रक्रिया का आह्वान किया था। सोमवार को MEA ने कहा था कि हम मौजूदा घटनाक्रमों के मद्देनजर सीरिया की स्थिति पर नज़र रखे हुए हैं। हम सभी पक्षों से सीरिया की एकता, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता को बनाए रखने की दिशा में काम करने का आग्रह करते हैं।