नई दिल्ली,
संभल में 24 नवंबर को अदालत के आदेश पर शाही जामा मस्जिद में हुए सर्वेक्षण को लेकर अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों की पुलिस के साथ हिंसक झड़प हुई थी, जिसमें 5 की मौत हो गई थी. लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने 10 दिसंबर को नई दिल्ली में अपने आवास 10 जनपथ पर संभल हिंसा में मारे गए लोगों के परिवार के सदस्यों से मुलाकात की थी.
बेगूसराय से बीजेपी सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने संभल हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों से राहुल और प्रियंका गांधी की मुलाकात को ‘मीटिंग जिहाद’ बताया है. उन्होंने राहुल और प्रियंका की संभल हिंसा पीड़ितों के परिजनों के साथ मुलाकात की एक तस्वीर X पर पोस्ट करते हुए कैप्शन में लिखा ‘मीटिंग जिहाद’. इस बारे में न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में उन्होंने कहा, ‘राहुल गांधी सिर्फ देश विरोधी काम करते हैं. अपने घर पर जिहाद की बैठक कर रहे हैं. क्या संदेश देना चाहते हैं? राहुल गांधी जब वह विदेश जाते हैं तो भारत के खिलाफ बयान देते हैं और देश में समाज को तोड़ने का काम करते हैं.’
बता दें कि 4 दिसंबर को दोनों कांग्रेस नेताओं को उत्तर प्रदेश पुलिस ने दिल्ली से लगे गाजीपुर बॉर्डर पर संभल जाने से रोक दिया था. उसके बाद राहुल और प्रियंका ने संभल हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों से अपने घर पर मुलाकात की थी. बैठक में मौजूद कांग्रेस के यूपी प्रभारी सचिव प्रदीप नरवाल ने बाद में मीडिया से कहा, ‘मीटिंग एक घंटे से अधिक समय तक चली. हमारे दोनों नेताओं- प्रियंका गांधी और राहुल गांधी ने उनसे मिलने आए परिवार के सदस्यों से कहा कि कांग्रेस और उसका नेतृत्व उनके साथ खड़ा है, और उन्हें हर संभव मदद प्रदान करेगा. परिवार के लोग गम में थे और डरे हुए भी थे. लेकिन उन्हें आश्वासन दिया गया कि कांग्रेस उन्हें हर संभव मदद प्रदान करेगी.’
24 नवंबर को संभल में झड़प के दौरान 4 लोगों की मौत हो गई थी और कई पुलिसकर्मी घायल हो गए थे. अदालत ने एक याचिका पर सर्वेक्षण का आदेश दिया था जिसमें दावा किया गया था कि मस्जिद की जगह पर कभी एक मंदिर था.