इस्लामाबाद
चीन का पांचवीं पीढ़ी की स्टील्थ फाइटर J-35 अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्रवेश करने के लिए तैयार है। चीन का जिगरी दोस्त इस फाइटर का पहला खरीदार हो सकता है। हाल ही में पाकिस्तान की सरकार ने चीनी J-35 फाइटर की खरीद के लिए सहमति दे दी थी। यह बीजिंग का किसी विदेशी सहयोगी को पांचवीं पीढ़ी के जेट विमानों का पहला निर्यात होगा, जो क्षेत्र में शक्ति के संतुलन को फिर से परिभाषित कर सकता है। पाकिस्तान के पास इस विमान के आने से भारत की चिंता बढ़ने की संभावना है।
पाकिस्तान खरीदने जा रहा चीनी जेट
पाकिस्तानी मीडिया ने बीते सप्ताह बताया था कि पाकिस्तान वायु सेना (PAF) ने 40 विमानों की खरीद को मंजूरी दी है, जिन्हें देश के पुराने अमेरिकी एफ-16 और फ्रांसीसी मिराज लड़ाकू विमानों के बेड़े की जगह शामिल किया जाएगा। चीनी लड़ाकू विमान की दो साल के भीतर डिलीवरी किए जाने की उम्मीद है।
इसी साल जुलाई में पाकिस्तानी न्यूज नेटवर्क बोल न्यूज ने पीएएफ पायलटों के चीन में जे-31 स्टील्थ फाइटर जेट के लिए आधिकारिक तौर पर प्रशिक्षण शुरू किए जाने की जानकारी दी थी। जे-31 के विदेश में बिक्री वाले वर्जन को जे-35 कहा जाता है। इसी साल जनवरी में पाकिस्तानी एयर चीफ मार्शल जहीर अहमद बाबर ने कहा था कि ‘जे-31 स्टील्थ फाइटर हासिल करने की नींव रखी जा चुकी है।
पाकिस्तान की बढ़ेगी ताकत
स्टील्थ लड़ाकू विमान हासिल होने के बाद पाकिस्तान वायु सेना की ताकत में और इजाफा होने की उम्मीद है। दो साल पहले ही पाकिस्तानी वायु सेना में कई चीनी J-10CE मल्टी रोल फाइटर जेट शामिल हुए थे। अमेरिका की वायु सेना के चाइना एयरोस्पेस स्टडीज इंस्टीट्यूट के निदेशक ब्रेंडन मुलवेनी ने साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट से कहा कि वह इस विकास को पश्चिम, अमेरिका और फ्रांस से हटकर चीन की ओर एक साफ बदलाव मानते हैं।
भारत के लिए कितनी चिंता?
मुलवेनी ने कहा कि यह कदम पाकिस्तान को चीन से और करीब जोड़ता है और पाकिस्तानी वायु सेना को भारतीय वायु से आगे रखता है। उन्होंने कहा कि चीनी जेट के साथ वे कितनी अच्छी तरह से उड़ान भर सकते हैं और लड़ सकते हैं। यह एक अलग मामला है। जेट का प्रदर्शन इस बात पर निर्भर करेगा कि बीजिंग इसके साथ किस तरह से उपयुक्त हथियार और सहायक प्रणाली प्रदान करता है। मुलवेनी ने कहा, जेट बेहतरीन हो सकता है, लेकिन अगर इसमें हथियार, सेंसर सूट और कमांड, कंट्रोल, कम्प्यूटरस इंटेलिजेंस, सर्विलांस और रिकोनैसेंस तकनीक (C4ISR) नहीं है, तो इसका कोई अर्थ नहीं है।