नई दिल्ली,
हैदराबाद के एक सिनेमाघर में 4 दिसंबर को फिल्म ‘पुष्पा 2: द रूल’ के प्रीमियर के दौरान मची भगदड़ से जुड़े विवाद थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. इस घटना में एक महिला की मौत हो गई थी, जबकि उसका 8 वर्षीय बेटा गंभीर रूप से घायल हो गया. तेलुगु अभिनेता अल्लू अर्जुन अपनी बेगुनाही का दावा कर रहे हैं, वहीं तेलंगाना सरकार और पुलिस उन्हें इस हादसे के लिए जिम्मेदार ठहरा रही है.
पुलिस ने जारी किया सीसीटीवी फुटेज
रविवार को हैदराबाद पुलिस ने संध्या थिएटर का सीसीटीवी फुटेज जारी किया, जिसमें अभिनेता अल्लू अर्जुन को भगदड़ के बाद कड़े पुलिस सुरक्षा घेरे में थिएटर से बाहर निकलते देखा जा सकता है. यह फुटेज अभिनेता के उस दावे के बाद सामने आया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि पुलिस ने उनसे थिएटर छोड़ने का अनुरोध नहीं किया था.
सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) रमेश ने अल्लू अर्जुन के इस दावे को खारिज करते हुए कहा कि अभिनेता को थिएटर में फिल्म देखने के दौरान ही भगदड़ की जानकारी दी गई थी. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि अभिनेता की टीम ने पुलिस को उनसे मिलने नहीं दिया.
एसीपी रमेश ने कहा, “अल्लू अर्जुन के मैनेजर संतोष को सबसे पहले महिला की मौत और स्थिति के बिगड़ने की जानकारी दी गई थी. हमने उन्हें यह भी बताया था कि एक लड़के को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, लेकिन संतोष और उनकी टीम ने हमें अभिनेता से मिलने नहीं दिया.”
सीएम ने लगाया अनुमति नहीं लेने का आरोप
तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने आरोप लगाया कि अल्लू अर्जुन ने पुलिस से अनुमति न मिलने के बावजूद प्रीमियर में हिस्सा लिया. उन्होंने दावा किया कि अभिनेता ने सिनेमाघर छोड़ने से इनकार किया, जिससे पुलिस को उन्हें जबरन हटाना पड़ा. सीएम रेड्डी ने कहा, “संध्या थिएटर प्रबंधन ने 2 दिसंबर को पुलिस से प्रमुख हस्तियों की संभावित उपस्थिति के लिए सुरक्षा की मांग की थी. लेकिन, पुलिस ने भीड़ नियंत्रण के मुद्दों का हवाला देते हुए इसे खारिज कर दिया, क्योंकि थिएटर में केवल एक एंट्री और एग्जिट पॉइंट था.”
अल्लू अर्जुन ने खारिज किए आरोप
अल्लू अर्जुन ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा, “यह दावा पूरी तरह से गलत है. वास्तव में, पुलिस मेरे लिए रास्ता साफ कर रही थी और मैं उनके निर्देशों के अनुसार थिएटर पहुंचा.”
अल्लू अर्जुन के घर के बाहर प्रदर्शन, हंगामा
उधर, इसी मामले में रविवार को उनके घर के बाहर उस्मानिया यूनिवर्सिटी ज्वाइंट एक्शन कमेटी (जेएसी) के सदस्यों ने प्रदर्शन किया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने घर के बाहर तोड़फोड़ की और अभिनेता के घर टमाटर भी फेंके. जेएसी से प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि अल्लू अर्जुन महिला के परिवार को 1 करोड़ रुपये की सहायता राशि दें और परिवार को हर संभव मदद प्रदान करें.
पुलिस ने 8 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया
प्रदर्शनकारियों ने अभिनेता के घर के बाहर नारेबाजी की और अपनी मांगों को लेकर दबाव बनाने की कोशिश की. पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए जेएसी के नेताओं को हिरासत में ले लिया है. सामने आया है कि मामले में 8 लोग हिरासत में लिए गए हैं. पुलिस उन्हें हिरासत में लेकर जुबली हिल स्टेशन ले गई है. इस घटना के दौरान अल्लू अर्जुन अपने घर पर मौजूद नहीं थे. पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में लेने के लिए सुरक्षा बढ़ा दी है और प्रदर्शनकारियों को शांत करने की कोशिश की.
प्रदर्शन का वीडियो भी सामने आया
इस प्रदर्शन का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें प्रदर्शनकारी अभिनेता के घर के सामने प्रदर्शन कर रहे हैं. उन्होंने यहां खूब हंगामा काटा और इस दौरान बाहर लगे गमले भी तोड़ दिए.
अभिनेता के घर हमले की भाजपा ने की निंदा
अल्लू अर्जुन के घर पर हमले की भाजपा ने की कड़ी निंदा की है. भाजपा ने तेलंगाना में कांग्रेस के नेतृत्व वाली राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला है. आंध्र प्रदेश भाजपा के राज्य उपाध्यक्ष विष्णु वर्धन रेड्डी ने कहा, “तेलंगाना में कांग्रेस सरकार ने अल्लू अर्जुन जैसे कलाकार को निशाना बनाकर बेहद शर्मनाक हरकत की है. दक्षिण भारत के सबसे बड़े करदाता और एक प्रतिष्ठित व्यक्ति पर इस तरह का पत्थरबाजी और उत्पीड़न करना न केवल निंदनीय है, बल्कि पूरी तरह अस्वीकार्य है.”
रेड्डी ने आगे कहा, “ऐसे दृश्य दिखाते हैं कि कांग्रेस सरकार ने कितने निचले स्तर तक गिरकर सफल व्यक्तियों को अपमानित करने की राजनीति शुरू कर दी है. क्या यह उन लोगों के साथ व्यवहार करने का तरीका है जिन्होंने अपने क्षेत्र में उत्कृष्टता हासिल की है?” भाजपा ने इस घटना को लेकर राज्य सरकार से तुरंत माफी की मांग की है और आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई करने की अपील की है. तेलंगाना में इस घटना ने राजनीतिक विवाद को और हवा दे दी है.
भाजपा ने लगाया छवि खराब करने का आरोप
इस मामले ने तेलंगाना में राजनीतिक विवाद भी खड़ा कर दिया है. भाजपा और बीआरएस ने कांग्रेस सरकार पर राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता अभिनेता की छवि खराब करने का आरोप लगाया है. भाजपा नेता अमित मालवीय ने इसे “राज्य प्रायोजित आतंकवाद” बताते हुए कहा, “कांग्रेस अल्लू अर्जुन को इसलिए निशाना बना रही है क्योंकि उन्होंने उनके लिए प्रचार करने से इनकार कर दिया.” बीआरएस नेता केटी रामाराव ने कहा, “अल्लू अर्जुन को एक सामान्य अपराधी की तरह ट्रीट करना गलत है. घटना के असली जिम्मेदारों को दंडित किया जाना चाहिए.”
सीएम रेवंत रेड्डी ने की हमले की निंदा
तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने अभिनेता अल्लू अर्जुन के जुबली हिल्स स्थित घर पर हुए हमले की घटना की कड़ी निंदा की है. उन्होंने इसे अस्वीकार्य बताया और राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) और हैदराबाद पुलिस आयुक्त को कानून-व्यवस्था के मामले में सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री ने कहा, “मैं इस हमले की घटना की कड़ी निंदा करता हूं. राज्य डीजीपी और शहर पुलिस आयुक्त को आदेश देता हूं कि वे इस मामले में तुरंत कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करें. इस मामले में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.” रेवंत रेड्डी ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जो पुलिसकर्मी संध्या थिएटर की घटना से जुड़े नहीं हैं, वे इस मामले में सार्वजनिक रूप से बयान न दें.
पुलिस ने क्या कहा?
उधर, पुलिस ने अल्लू अर्जुन के घर के सामने हुए प्रदर्शन को लेकर जानकारी दी है. पुलिस की ओर से जारी प्रेस नोट में कहा गया कि, हैदराबाद के जुबली हिल्स इलाके में आज (रविवार) शाम करीब 4:45 बजे अभिनेता अल्लू अर्जुन के घर के बाहर कुछ लोगों ने अचानक प्रदर्शन शुरू कर दिया. ये लोग हाथों में तख्तियां लिए हुए थे और जोरदार नारेबाजी कर रहे थे. प्रदर्शनकारियों में से एक ने अभिनेता के घर की दीवार पर चढ़कर टमाटर फेंकने शुरू कर दिए.
सुरक्षाकर्मियों से प्रदर्शनकारियों ने की हाथापाई
जब सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें दीवार से उतरने को कहा और रोकने का प्रयास किया, तो वे उनसे उलझ गए. इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने दीवार से नीचे उतरकर सुरक्षा कर्मियों के साथ हाथापाई की और रैंप पर रखे फूलों के गमलों को तोड़ दिया. प्रदर्शनकारियों ने कुछ समय तक नारेबाजी जारी रखी और गेट पर मौजूद मीडियाकर्मियों से बात भी की. इस घटना की सूचना मिलते ही जुबली हिल्स पुलिस मौके पर पहुंची और आठ प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया.
पुलिस ने दिया कार्रवाई का आश्वासन
पुलिस पूछताछ में इन लोगों ने खुद को ओयू-जैक (उस्मानिया यूनिवर्सिटी जॉइंट एक्शन कमेटी) का सदस्य बताया. उन्होंने दावा किया कि वे अभिनेता से एक पीड़ित परिवार की मदद के लिए अपील करने के उद्देश्य से प्रदर्शन कर रहे थे. पुलिस ने घटना में शामिल अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस ने आश्वासन दिया है कि आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. डीसीपी वेस्ट जोन, हैदराबाद ने जनता को चेतावनी दी है कि कानून-व्यवस्था भंग करने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा. ऐसा करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
अल्लू अर्जुन ने फैंस से की थी ये अपील
बता दें कि, इससे पहले अभिनेता अर्जुन ने एक पोस्ट शेयर कर लोगों से गुजारिश की थी कि वो किसी तरह का गलत व्यवहार न करें. बढ़ते विवाद के बीच अल्लू अर्जुन सभी से ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही तरह से किसी भी तरह के अपमानजनक व्यवहार या भाषा का इस्तेमाल करने से बचने की अपील की थी. अल्लू ने अपने फैंस से भी सम्मान और पॉजिटीविटी बनाए रखने का आग्रह किया था, और साथ ही जिम्मेदार बिहेवियर के महत्व पर जोर देते हुए और अपने फॉलोअर्स से बेकार के कन्फ्लिक्ट को पैदा करने से बचने की रिक्वेस्ट की थी.
‘अपनी भावनाओं को जिम्मेदारी से जाहिर करें’
अल्लू ने लिखा- मैं अपने सभी फैंस से अपील करता हूं कि वो हमेशा की तरह अपनी भावनाओं को जिम्मेदारी से जाहिर करें. ऑनलाइन और ऑफलाइन किसी भी तरह की अपमानजनक भाषा या व्यवहार का सहारा न लें. फर्जी आईडी और फर्जी प्रोफाइल के साथ मेरे फैंस के रूप में गलत तरीके से पेश आने वालों में से अगर कोई अपमानजनक पोस्ट करता है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. मैं फैंस से अनुरोध करता हूं कि वो ऐसी पोस्ट से न जुड़ें. इसी के साथ अल्लू ने कैप्शन में लिखा- मैं अपने सभी चाहने वालों से अपील करता हूं कि वो हमेशा की तरह जिम्मेदारी से अपनी भावनाएं व्यक्त करें और ऑनलाइन तथा ऑफलाइन किसी भी तरह की अभद्र भाषा या व्यवहार का सहारा न लें.