यूपी PCS परीक्षा: करीब 60 फीसदी छात्रों ने छोड़ दी परीक्षा, कुछ तो दूसरी पाली में लौटे ही नहीं

– पेपर समझ ही नहीं आया… 75 जिलों में आधे से ज्यादा लोगों ने छोड़ी यूपी पीसीएस की परीक्षा,GS के सवालों में उलझे अभ्यर्थी

प्रयागराज

पिछले महीने छात्र आंदोलन को लेकर सुर्खियों में रही यूपी पीसीएस प्री की परीक्षा रविवार को सकुशल संपन्न हो गई। हालांकि इस परीक्षा में लगभग 42 प्रतिशत अभ्यर्थी ही शामिल हुए। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के सचिव अशोक कुमार ने बताया कि रविवार को यूपी पीसीएस (प्रारंभिक) परीक्षा शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गई। परीक्षा की शुचिता के लिहाज से दोहरी स्तर की व्यवस्था की गई थी, जिसमें पुलिस और एजेंसी अलग अलग जांच कर रही थी।

उन्होंने बताया कि इसके अलावा, आंख की पुतलियों से मिलान और बायोमीट्रिक उपस्थिति दर्ज की गई। साथ ही सभी परीक्षा केंद्रों की सीसीटीवी फुटेज की लाइव स्ट्रीमिंग की गई। आयोग में बने नियंत्रण कक्ष से हर केंद्र के हर अभ्यर्थी पर नजर रखी गई। सचिव ने बताया कि पूरे प्रदेश में 1331 केंद्रों में लगे सीसीटीवी कैमरों के जरिए यह निगरानी की गई और जैसे ही कोई अभ्यर्थी इधर-उधर घूमता दिखा तो संबंधित केंद्र को तुरंत अलर्ट किया गया।

उन्होंने बताया कि पूरे प्रदेश में केवल एटा में एक परीक्षा केंद्र- जवाहरलाल नेहरू पीजी कॉलेज में एक अभ्यर्थी ईयरफोन लेकर आ गया था जिसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। कुमार ने बताया कि परीक्षा सकुशल संपन्न होने के साथ इसके परिणाम जल्द से जल्द जारी करने के लिए रणनीति बनाई जाएगी। पीसीएस (प्री) परीक्षा के लिए कुल 5,76,154 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था जिसमें से महज 2,41,212 अभ्यर्थी (लगभग 42 प्रतिशत) परीक्षा में शामिल हुए।

पेपर था कठिन
गाजियाबाद में यूपी पीसीएस की परीक्षा देकर आई डिंपल कुमारी ने बताया कि इस बार का पेपर बहुत कठिन था। परीक्षा की तैयारी ठीक से करने के बाद भी प्रश्नों का उत्तर देने के लिए मशक्कत करनी पड़ी। वहीं, खुशबू ने कहा कि पेपर का समय 2 घंटे का था, मगर परीक्षा के दौरान जिस प्रकार के प्रश्न पूछे गए। उसे देखते हुए समय कम लगा। कई अन्य परीक्षार्थियों का भी यही कहना है कि लगता है कि जब पेपर तैयार किया गया, तब इस पर ध्यान नहीं दिया गया कि पेपर सिर्फ 2 घंटे में ही हल करना है। हालांकि कुछ परीक्षार्थियों ने पेपर को आसान भी बताया।

नोएडा में पीसीएस का पेपर देने आए संतोष कुमार ने बताया कि इस बार प्रश्नपत्र बेहद कठिन आया है। समझने में टाइम लग रहा था। प्रधानमंत्री आवास योजना, जल जीवन मिशन, स्वच्छ भारत मिशन, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना कब शुरू हुई, इसके बारे में सवाल पूछे गए। साथ ही संविधान से सवाल पूछे गए। केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं के सवाल आए। दोनों पेपर 200-200 अंक के आए। इन्हें हल करने के लिए अभ्यर्थियों को 2-2 घंटे का समय मिला।

नोएडा में शांतिपूर्ण परीक्षा
गौतमबुद्ध नगर में रविवार को उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (पीसीएस) परीक्षा 18 केंद्रों पर शांतिपूर्ण तरीके से हुई। पहली पाली में 7229 में से 2730 अभ्यर्थी शामिल हुए। इसमें 4499 अनुपस्थित रहे। दूसरी पाली में 7229 में से 2711 अभ्यर्थी शामिल हुए और 4518 ने परीक्षा छोड़ी है। दोनों पालियों में करीब 38 प्रतिशत अभ्यर्थी ही शामिल रहे। परीक्षा को नकल विहीन करने के लिए सभी केंद्रों पर पुलिस और प्रशासन की तरफ से कड़े इंतजाम किए गए। केंद्र पर एंट्री से पहले परीक्षार्थियों के जूते, जैकेट, कुंडल, कड़ा और अंगूठी तक उतरवाकर रखवा दी गई।

तीन लेयर सुरक्षा का था इंतजाम
जिले के सभी परीक्षा केंद्रों पर पहली पाली में 45 मिनट पहले केंद्र पर प्रवेश मिला। आवेदक तीन लेयर के सुरक्षा घेरे को पार कर परीक्षा कक्ष में पहुंचे। कासना स्थित अमीचंद इंटर कॉलेज में महिला अभ्यर्थियों से कुंडल, अंगूठी और कड़ा उतरवाकर बाहर ही रखवा दिए। ठंड के बावजूद जैकेट, जूते और टोपी तक उतरवाई गई। केंद्र पर 5-5 मिनट तक एक-एक अभ्यर्थी की चेकिंग की गई। फर्जी अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल न होने पाएं इसलिए रेटिना और बायोमीट्रिक जांच भी की गई। वहीं कैंची से अभ्यर्थियों के कलावा और धागा काट दिए।

38 फीसदी परीक्षार्थी हुए शामिल
डीआईओएस डॉ धर्मवीर सिंह ने बताया कि बताया कि परीक्षा को सुरक्षा और नकल विहीन करने के लिए निर्देश दिए गए थे। तीन लेयर की सुरक्षा व्यवस्था का इंतजाम किया गया। पहली लेयर में एलआईयू, दूसरी में एजेंसी और तीसरी लेयर में शिक्षक तैनात थे। इसके साथ ही एडीएम, एसडीएम और सेक्टर मैजिस्ट्रेट व स्टेटिक मैजिस्ट्रेट ने केंद्रों का निरीक्षण किया। आयोग की ओर से भी निगरानी की गई।

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