नई दिल्ली,
देश की सियासत में संविधान निर्माता बाबा साहब डॉक्टर भीमराव आंबेडकर को लेकर हंगामा बरपा हुआ है. कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियां डॉक्टर आंबेडकर को लेकर संसद में गृह मंत्री अमित शाह के बयान को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं. विपक्ष गृह मंत्री पर डॉक्टर आंबेडकर के अपमान का आरोप लगाते हुए उनसे माफी मांगने, इस्तीफा देने की मांग कर रहा है. वहीं, बीजेपी भी कांग्रेस पर हमलावर है. पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस पर ड्रामा करने का आरोप लगाया है.
रविशंकर प्रसाद ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ग्रैंड ओल्ड पार्टी पर हमला बोला और कहा कि आज कांग्रेस देशभर में नाटक कर रही है. उन्होंने कहा कि जिस कांग्रेस पार्टी ने आंबेडकर को 1952 और 1954 में चुनाव हरवाया, कानून मंत्री के पद से इस्तीफा दिलवाया, भारत रत्न नहीं दिया, उसे आज आंबेडकर के प्रति बहुत प्यार उमड़ रहा है. रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि उसे अब हिपोक्रेसी बंद कर देनी चाहिए. कांग्रेस को आंबेडकर को लेकर सार्वजनिक माफी मांगनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि डॉक्टर अम्बेडकर को इस्तीफा देने के बाद बोलने तक नहीं दिया गया और बाद में उन्हें प्रेस रिलीज जारी करना पड़ा था. रविशंकर प्रसाद ने कहा कि प्रेस रिलीज में आंबेडकर ने कहा था कि मैं सबसे योग्यतम था फाइनेंस और उद्योग में, लॉ में, लेकिन उसमें काम नहीं करने दिया गया. हिंदू कोड बिल नहीं लाने दिया गया. उन्होंने कहा कि आंबेडकर ने कहा था कि एससी और एसटी को प्रोटेक्शन नहीं दिया गया. सिर्फ मुस्लिम को प्रोटेक्शन देने का काम किया गया. कांग्रेस पार्टी बताए कि आंबेडकर के पत्र को पब्लिक डोमेन में क्यों नहीं आने दिया गया.
पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने डॉक्टर आंबेडकर को लेकर एक के बाद एक कई सवाल किए और कहा कि कांग्रेस पार्टी इसका जवाब दे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी झूठ बोलना और नाटक करना कब बंद करेगी. कांग्रेस पार्टी ने आंबेडकर से जुड़ी एक स्मृति नहीं बनने दी. रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आंबेडकर इंटरनेशनल को चंद्रशेखर ने जमीन आवंटित किया था लेकिन पीएम मोदी की सरकार के कार्यकाल में यह बन सका. उन्होंने आरोप लगाया कि अमित शाह के बयान का एक हिस्सा निकालकर कांग्रेस राजनीति करना चाहती है, बिना संदर्भ समझे.
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि जनता सब समझ रही है. उन्होंने दिल्ली की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भी आड़ेहाथों लिया. पूर्वांचलियों को लेकर जारी सियासत पर केजरीवाल को घेरते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यही केजरीवाल हैं, जिन्होंने कोरोना के समय पूर्वांचल के लोगों को वापस जाने के लिए कह दिया था.