– भेल कॉलेज में सशक्त कौशल—भारत के यथोचित विकास का आधार विषय पर सेमीनार
भेल भोपाल।
शांति और विकास के लिए विश्व भारत की ओर देख रहा है, भारत की गौरवशाली परंपरा और विरासत को समाहित करने वाली छात्र केन्द्रित राष्ट्रीय शिक्षा नीति का मप्र शासन उच्च शिक्षा विभाग सफलतापूर्वक क्रियान्वयन कर रहा है, जिससे छात्रों को देश की शिक्षा प्रगति, संस्कृति और सभ्यता पर आधारित होना चाहिए। जिससे सशक्त कौशल का विकास होता है। यह बात मप्र हिंदी ग्रंथ अकादमी के संचालक अशोक कड़ेल ने भेल के बाबूलाल गौर कॉलेज में सशक्त कौशल—भारत के यथोचित विकास का आधार विषय पर राष्ट्रीय सेमीनार में व्यक्त किए।
इस अवसर पर विशेष अतिथि के रूप में मौजूद बरकतउल्ला विवि के कुलगुरू प्रो सुरेश कुमार जैन ने कहा कि भारत में ज्ञान की गौरवशाली परंपरा रही है, भारत में शिक्षा का मूल आधार सदैव से सशक्त कौशल ही रहा है। इसलिए विश्व में आज जो भी अविष्कार हो रहे हैं उसके मूल में कहीं न कहीं भारतीय ज्ञान एवं तकनीक समाहित है। कार्यक्रम में अतिरिक्त संचालक डा मथुराप्रसाद व जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष बारेलाल अहिरवार ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर राजीव अग्रवाल, प्राचार्य संजय जैन, डॉ समता जैन के अलावा कॉलेज का स्टॉफ मौजूद था।