भोपाल
मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़ करने का एक सनसनीखेज मामला बीएचईएल के कस्तूरबा अस्पताल का सामने आया है। अस्पताल के ही कुछ कर्मियों ने बड़े सुनियोजित तरीके से आक्सीजन गैस की करीब 30 फीट लंबी गैस सप्लाई की जाने वाली पाइप लाइन काटकर ले गए। मामला गत रविवार का बताया जा रहा है। यह पाइप लाइन चालू थी। जिस जालीदार कमरे का ताला टूटा है इसका पता भी अस्पताल प्रबंधन को तब चला जब 17 सिलेंडर सप्लाई होने के बाद आक्सीजन की सप्लाई बंद हो गई तक कहीं जाकर अस्पताल प्रशासन ने जांच पडताल शुरू की तब जाकर मामले का खुलासा हुआ। इसके चलते सोमवार को अस्पताल में आक्सीजन सप्लाई नहीं हो पाई। मजेदार बात तो यह है कि अस्पताल के पुराने भवन स्थित चेस्ट और पोस्ट आपरेटिव में स्थित इस कमरे का न तो ताला टूटा और न ही सिक्योरिटी अलार्म बजा। साफ जाहिर है कि बडी ही मिलीभगत के साथ मरीजों की जान से खिलवाड़ करने वाले कर्मियों पर न तो एपफआईआर हुई न ही पूछताछ और न ही विभागीय कार्रवाई। अस्पताल में इसको लेकर चर्चा है कि यदि समय पर यह सब पता नहीं चला होता तो वेेंटीलेटर पर रहने वाले मरीज का क्या हाल होता इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है। खास बात यह भी है कि इसके पहले भी इस अस्पताल में आक्सीजन सप्लाई में दो बार इस तरह की घटनाएं हो चुकी हैं। इसके बाद भी प्रबंधन सतर्क नहीं दिखाई देता। मामला गंभीर है भेल के ईडी को ऐसे लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करना होगी।