आगरा
उत्तर प्रदेश आगरा में एक प्राचीन मंदिर के पास गौशाला के निर्माण में की जा रही खुदाई में सोने-चांदी के सिक्कों का खजाना मिला है। खजाना पाकर मंदिर का सेवादार और ठेकेदार फरार हो गए हैं। इधर ग्रामीणों और ट्रैक्टर चालक ने भी सिक्कों की लूटपाट की। जिसको जितने मिले वह सिक्कों को बटोरकर अपने साथ ले गया। किसी तरह पुलिस और प्रशासन को इसकी जानकारी हो सकी। मगर तब तक खजाना लेकर लोग फरार हो गए हैं। अब पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी पड़ताल में लगे हैं। पुलिस के हाथ कुछ ब्रिटिश कालीन सिक्के लगे हैं।
मामला थाना बसई अरेला का है। गांव में जंगल की तरफ चामुंदा देवी का प्राचीन मंदिर बना हुआ है। मंदिर के पास कई साल पुराने जर्जर मकान भी पड़े हैं जो कि खंडहर में तब्दील हो चुके हैं। खाली पड़ी जमीन पर गौशाला के निर्माण का काम चल रहा है। टै्रक्टर से जमीन का समतलीकरण किया जा रहा है।गुरुवार को ट्रैक्टर से काम किया जा रहा था। इसी दौरान ट्रैक्टर एक पुराने मकान को ध्वस्त कर उसे समतल कर रहा था। तभी टैक्टर के नीचे एक प्राचीन घड़ा टकरा गया। जिसमें सोने-चांदी के सिक्के भरे पड़े थे।
सेवादार, चालक और ठेकेदार ने बटोरे सिक्के
ग्रामीणों ने बताया कि प्राचीन समय में जंगल की ओर गांव बसा था। पहले उनके पूर्वज इस जगह पर रहते थे। अब यहां कोई नहीं रहता है। वर्षों से मकान खंडहर बने हुए हैं। इस जमीन पर गौशाला बनाने का काम चल रहा है। जब टैक्टर चालक ने पुराने मकान को ध्वस्त किया तो मटका फूटा पड़ा था। जिसमें सोने-चांदी के सिक्के थे।
ये सब देखकर काम कर रहे मजदूर दंग रह गए। तभी मंदिर का सेवादार गरीबदास, ठेकेदार सेवाराम और चालक ने सोने-चांदी के सिक्के बटोर लिए और मौके से फरार हो गए हैं। इस संबंध में एसीपी पिनाहट अमरदीप का कहना है कि उन्हें इसकी जानकारी मिली है। उन्होंने थानाध्यक्ष से मामले की जानकारी करने को कहा है।
खजाना लूटने की मची होड़
जब इसकी सूचना अन्य ग्रामीणों के पास पहुंची तो वे भी खजाना लूटने पहुंच गए। जिसे जितने कुछ मिला उसने बटोर लिया। जब तक पुलिस और प्रशासन को इसकी भनक लगती लोग सिक्के लेकर चंपत हो गए। कुछ लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी है। पुलिस ने कुछ सिक्के बरामद किए हैं। जो कि ब्रिटिश हकूमत के दौरान चलन में थे।
जिन पर अंग्रेजी शासन की मुहर लगी है। सिक्कों पर सन 1940 और 1942 की सन अंकित है और उन पर जॉर्ज किंग सिक्स दर्ज है। ग्रामीणों के अनुसार ठेकेदार, टै्रक्टर चालक और मंदिर के सेवादार पर सोने चांदी के सिक्कों का खजाना होने का दावा किया गया है।