इंदौर
शहर के परदेशीपुरा थाना क्षेत्र में शुक्रवार दोपहर दिनदहाड़े एक युवक की बेरहमी से हत्या कर दी गई। डमरू उस्ताद चौराहे पर हुए इस दिल दहला देने वाले कांड में आरोपी ने पहले युवक पर चाकू से 18 वार किए और फिर गला रेत दिया। वारदात के बाद क्षेत्र में सनसनी फैल गई। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच कर रही है।
मृतक की पहचान विनोद राठौर (27 साल) के रूप में हुई है, जो रेलवे स्टेशन के पास गुरुकृपा होटल में वेटर का काम करता था। विनोद गणेश नगर का निवासी था और अविवाहित था। गणेश की मौत के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। जांच करते हुए पुलिस ने आरोपी प्रमोद साईं यादव को हिरासत में ले लिया है, जो विनोद का पड़ोसी है।
आपसी रंजिश में 18 बार चाकू से गोदा
बताया जा रहा है कि प्रमोद और विनोद के बीच पहले से विवाद था। शुक्रवार को प्रमोद ने अचानक विनोद को सड़क पर धक्का दिया, जिससे वह नीचे गिर पड़ा। इसके बाद प्रमोद ने चाकू से ताबड़तोड़ वार किए और अंत में गला रेत दिया। घटना का पूरा मंजर पास में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया है।
एकलौता था मृतक
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और घायल विनोद को एमवाय अस्पताल पहुंचाया। यहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने बताया कि हत्या के बाद प्रमोद अपने घर भाग गया था, लेकिन स्थानीय लोगों की मदद से उसे गिरफ्तार कर लिया गया। विनोद के परिवार में उसकी मां प्रभा हैं, जो रेडीमेड कपड़ों की दुकान पर काम करती हैं। विनोद इकलौता बेटा था। परिवार इस घटना से गहरे सदमे में है।
इंदौर में दिनदहाड़े हुई इस हत्या से एक तरफ जहां इलाके में दहशत है वहीं दूसरी तरफ शहर की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस घटना की गहराई से जांच कर रही है ताकि घटना के पीछे की असली वजह सामने आ सके।
तो बच सकती थी जान
घटना के समय सड़क पर कई लोग मौजूद थे, लेकिन किसी ने भी विनोद को बचाने की कोशिश नहीं की। सीसीटीवी फुटेज में स्पष्ट दिख रहा है कि लोग तमाशबीन बने सड़क से गुजरते रहे। लेकिन, मदद के लिए कोई आगे नहीं आया। इस उदासीनता ने मानवता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।