झुंझुनू:
राजस्थान में पूर्ववर्ती गहलोत सरकार के दौरान नवगठित जिलों में से 9 जिलों को भजनलाल सरकार ने खत्म कर दिया है। इनमें एक जिला नीमकाथाना भी है। नीमकाथाना के जिला का दर्जा रद्द करने की घोषणा के बाद प्रदेश में चर्चित ‘लाल डायरी वाले’ पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा।राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने उदयपुरवाटी में मीडिया से बातचीत करते हुए सरकार के इस फैसले को जनता के साथ अन्याय करार दिया। उन्होंने कहा कि नीमकाथाना जिला रद्द करना जनता पर कुठाराघात के समान है। सरकार इस फैसले को वापस ले, इसके लिए बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
‘भाजपा सरकार ने जनता को धोखा दिया’
गुढ़ा, जो पहले उदयपुरवाटी से विधायक रह चुके हैं, ने कहा कि नीमकाथाना जिले को रद्द करके भाजपा सरकार ने जनता के अधिकार छीनने का काम किया है। उन्होंने कहा कि यह फैसला जनता के खिलाफ है और जल्द ही इसका विरोध तेज होगा। गुढ़ा ने दावा किया कि जनता आंदोलन करने के लिए तैयार है और सरकार को मजबूरन अपने आदेश को वापस लेना पड़ेगा।
नीमकाथाना में जिले के मापदंड पूरे थे: गुढ़ा
पूर्व मंत्री ने बताया कि नीमकाथाना जिले को बनाने के लिए सभी मापदंड पहले ही पूरे किए गए थे। उन्होंने कहा, ‘नीमकाथाना के लोग इसे रद्द करने का फैसला किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे।’ गुढ़ा ने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने यह फैसला वापस नहीं लिया, तो जनता सड़कों पर उतरकर जोरदार आंदोलन करेगी।
कांग्रेस सरकार ने बनाया था नीमकाथाना जिला
राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने बताया कि पिछली कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में नीमकाथाना को जिला बनाने के लिए उन्होंने खेतड़ी विधायक डॉ. जितेंद्र सिंह, श्रीमाधोपुर विधायक दीपेंद्र सिंह और नीमकाथाना विधायक सुरेश मोदी के साथ मिलकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से लगातार मांग की थी। उनकी यह मांग कांग्रेस सरकार में पूरी हुई और लंबे संघर्ष के बाद नीमकाथाना को जिला घोषित किया गया था।
‘बड़ा आंदोलन करेंगे, फैसला वापस लेना होगा’
नीमकाथाना जिला रद्द करने के फैसले की कड़ी आलोचना करते हुए गुढ़ा ने कहा कि इसे वापस लेने के लिए बड़ा आंदोलन शुरू किया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि जनता अपने अधिकारों के लिए सड़कों पर उतरेगी और सरकार को इस जनविरोधी कदम को वापस लेना ही पड़ेगा।