मुंबई
एनसीपी (शरद पवार) के नेता जितेंद्र आव्हाड ने एनसीपी (अजित पवार) की नेत्री रूपाली ठोंबरे और आठ अन्य लोगों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। आव्हाड का आरोप है कि रूपाली ठोंबरे ने शनिवार को उनके नाम का जो व्हाट्सएप चैट का स्क्रीन शॉट वायरल किया है वह उनका नहीं है। आव्हाड का दावा है कि वह फर्जी है। आव्हाड के इस दावे के बाद ठोंबरे ने कहा कि कौन आरोपी कहेगा कि ये मेरा है। ठोंबरे ने कहा कि स्क्रीन शॉट फर्जी नहीं है।
क्या है विवाद?
दरअसल शनिवार को बीड जिले के मसाजोग गांव के सरपंच संतोष देशमुख की हत्या के विरोध में एक सर्वदलीय मोर्चा निकाला गया था। उस मोर्चे में भाग लेने के लिए जितेंद्र आव्हाड भी गए थे। मोर्चे के बाद एनसीपी (अजित पवार) की रूपाली ठोंबरे ने सोशल मीडिया साइट ‘एक्स’ पर एक पोस्ट की। जिसमें जितेंद्र आव्हाड के डीपी फोटो वाले नंबर 9930000001 से की गई एक चैट का स्क्रीन शॉट था। यह चैट मराठी में है। जिसमें हिंदी में अनुवाद इस तरह है- कल का मसाला रेडी रख शिवराज मैं पहले तुमसे मिलूंगा उसके बाद मोर्चे की तरफ। मुंडया और वाल्या के खिलाफ जो जो है, वो सब जमा कर। पैसे लगें तो मुझे फोन कर, परंतु मटेरियल तैयार रख। तेरा फोन लग नहीं रहा है। सुबह से प्रयत्न कर रहा हूं।
पैसे की चिंता मत करो
इस पर दूसरी तरफ से जवाब आता है- चालू है फोन मेरा। 5151 बंद है तात्कालिक रूप से। मैंने सब तैयारी कर ली है। इधर से जवाब दिया जाता है- चलो ठीक है। मोर्चे में मुस्लिम और दलितों को जमा किया जा सकता है, तो करो। पैसे की चिंता मत करो। आंबेडकर आंदोलन से जुड़ा दीपक केदार नाम का मेरा आदमी है, उसे यह मौका दो। मैंने बताया है कैसे, क्या, किस पर बोलना है वह। कल मुंडे पर घोड़े लगाएंगे। कैसे मंत्री रहता है और अजित कैसे इसको पार्टी में रखता है देखते हैं अब।
मराठी में लिखी टिप्पणी
आव्हाड के डीपी फोटो वाले नंबर 9930000001 के फोन की गई एक चैट के स्क्रीन शॉट के साथ रूपाली ठोंबरे ने मराठी में लिखी टिप्पणी का हिंदी अनुवाद- “सरपंच देशमुख हत्या प्रकरण में परिवार को न्याय देने आए थे कि आग लगाने बता ही दो जितेंद्र भाई आव्हाड। जवाब दो जितेंद्र भाई। रूपाली ठोंबरे ने अपनी इस पोस्ट को जितेंद्र आव्हाड के साथ साथ मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उप मुख्यमंत्री अजित पवार, एकनाथ शिंदे और डीजीपी महाराष्ट्र को भी टैग किया है।
आव्हाड का एक्शन
रूपाली ठोंबरे का यह पोस्ट वायरल होते ही जितेंद्र आव्हाड ऐक्शन में आ गए। उन्होंने मीडिया के समक्ष पहला सवाल किया, “रैली में मेरे भाषण के ठीक बाद व्हाट्सएप चैट का स्क्रीनशॉट कैसे आया? सुबह पहले क्यों नहीं आया? आव्हाड ने कहा, “मैं खुद शनिवार को पुलिस स्टेशन गया और इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई। मैंने बीड के पुलिस अधीक्षक से आगे की कार्रवाई करने का अनुरोध किया है।”
धमकियां मिलने की शिकायत
विधायक जितेंद्र आव्हाड ने रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया है कि उन्हें कल से धमकी भरे संदेश मिल रहे हैं। गाली-गलौज की भाषा में जान से मारने की धमकी दी गई है। मैं ये मैसेज पुलिस को भी भेजूंगा। सिस्टम का डर कहीं नहीं है। मुझे जितनी धमकी देनी है दो, मैं डरने या घबराने वाला विधायक नहीं हूं। मैं गालियों के डर से अपनी बात से पीछे नहीं हटूंगा। मैं अब भी कहता हूं कि मेरी लड़ाई मानवता के लिए है।
ठोंबरे का पलटवार
जितेंद्र आव्हाड की बातों और दावों पर पलटवार करते हुए रूपाली ठोंबरे ने रविवार को मीडिया से कहा कि जितेंद्र आव्हाड कैसे बता सकते हैं कि वह स्क्रीनशॉट उनका है या नहीं? कल का विरोध मोर्चा राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिए था। वह स्क्रीनशॉट असली है। वह स्क्रीन शॉट जितेंद्र अव्हाड का है। कोई आरोपी कैसे कहेगा कि स्क्रीनशॉट मेरा है। ठोंबरे ने कहा, जब मैं मनसे में थी, तो मेरे खिलाफ 32 मामले दर्ज किए गए। ये सभी अपराध लोगों को न्याय देते समय दर्ज किए गए हैं। जीतेंद्र आव्हाड का यह 33वां मामला है।