मेलबर्न,
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का चौथा मुकाबला मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) में जारी है. इस मुकाबले में चार दिन का खेल समाप्त हो चुका है. चौथे दिन (29 दिसंबर) स्टम्प तक मेजबान ऑस्ट्रेलिया का स्कोर दूसरी पारी में 9 विकेट पर 228 रन था. स्कॉट बोलैंड 10 और नाथन लायन 41 रन बनाकर नॉटआउट हैं. ऑस्ट्रेलियाई टीम की कुल बढ़त 333 रनों की हो चुकी है.
भारतीय टीम क्या रचेगी इतिहास?
अब पांचवें दिन रोमांचक खेल की उम्मीद है. देखा जाए तो इस मैच में तीनों नतीजे संभव है- भारत की जीत, ऑस्ट्रेलिया की जीत या ड्रॉ. ये तो अब सपष्ट है कि भारत को जीत के लिए कम से कम 334 रनों का टारगेट मिलेगा, जो आसाना नहीं रहने वाला. भारतीय टीम को जीत हासिल के लिए थोड़ी तेज गति से बैटिंग करनी होगी क्योंकि पांचवें दिन 98 ओवर्स का ही खेल संभव है. यदि भारतीय टीम को दूसरी पारी में अच्छी शुरुआत मिलेगी तभी वो जीत के बारे में सोचेगी. शुरुआत में दो-तीन विकेट गिरने पर भारतीय बल्लेबाज ड्रॉ के लिए जा सकते हैं.
वैसे भी मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में चौथी पारी में रनचेज आसान नहीं रहने वाला है. इस मैदान पर केवल एक ही बार 300 से ज्यादा का टारगेट चेज हो पाया है. साल 1928 में इंग्लैंड ने ऐसा किया था, जब उसने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 322 रनों के टारगेट को तीन विकेट खोकर हासिल कर लिया था. देखा जाए तो इस मैदान पर टॉप-5 में तीन सफल रनचेज इंग्लैंड के ही नाम हैं.
भारतीय टीम केवल एक बार मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में टारगेट का सफलतापूर्वक पीछा करने में सफल रही है. ऐसा साल 2020 में हुआ था, जब अजिंक्य रहाणे की अगुवाई में टीम इंडिया ने 70 रनों के टारगेट को 2 विकेट खोकर हासिल कर लिया था. साल 2011 में जब भारतीय टीम को 292 रनों का टारगेट मिला था, तो वो उस टारगेट को चेज नहीं कर सकी. उस वक्त भारतीय टीम 122 रनों से मैच हार गई थी.
MCG में सफलतम रनचेज (टेस्ट क्रिकेट)
322 इंग्लैंड vs ऑस्ट्रेलिया, 1928
297 इंग्लैंड vs ऑस्ट्रेलिया, 1895
295 साउथ अफ्रीका vs ऑस्ट्रेलिया, 1953
286 ऑस्ट्रेलिया vs इंग्लैंड, 1929
282 इंग्लैंड vs ऑस्ट्रेलिया, 1908
देखा जाए तो 21वीं सदी में भारत के अलावा केवल साउथ अफ्रीका ही एमसीजी में ऑस्ट्रेलिया की ओर से सेट किए गए टारगेट का पीछा करने में सफल रहा. दिसंबर 2008 में साउथ अफ्रीका ने 183 रनों के टारगेट को एक विकेट खोकर हासिल कर लिया था. 21वीं सदी में इस मैदान पर सबसे सफल रनचेज का रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के नाम पर है. ऑस्ट्रेलिया ने दिसंबर 2013 में इंग्लैंड के खिलाफ 231 रनों के टारगेट को दो विकेट खोकर हासिल कर लिया था.
AUS में भारत दो बार कर चुका 200 प्लस चेज
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के इतिहास में 19 बार सफल रनचेज हुए हैं, जिसमें 12 मौकों पर भारतीय टीम ने जीत दर्ज की. BGT में टॉप-10 में से 8 रनचेज भारत के नाम हैं. वैसे ऑस्ट्रेलिया में भारतीय टीम दो बार 200 से ज्यादा का लक्ष्य हासिल कर चुकी है. जनवरी 2021 में ब्रिस्बेन टेस्ट में भारत ने 328 रनों का टारगेट चेज कर लिया था. बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के इतिहास में अब तक का यह सबसे सफल रनचेज था. जबकि 2003 में भारत ने एडिलेड ओवल में 230 रनों के टारगेट का पीछा किया था.